
वाराणसी - इंडिगो एयरलाइंस संकट के कारण वाराणसी पर्यटन को 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है. पर्यटन वेलफेयर एसोसिएशन (टी डब्लू ए) उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि इस हवाई संकट के चलते देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद कर दी, जिससे वाराणसी में पर्यटन उद्योग को भारी चपत लगी है.
प्रतिदिन लगभग तीन से चार हजार तक पर्यटक इंडिगो एयरलाइंस के माध्यम से काशी आते हैं. ये पर्यटक अच्छे होटलों में ठहरते हैं, टैक्सी बुक करते हैं और खरीदारी करते हैं. अब जब ये पर्यटक नहीं आ रहे हैं, तो होटल की बुकिंग, टैक्सी की बुकिंग और अन्य खर्चे भी नहीं होंगे. इस स्थिति में वाराणसी में 50 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार का नुकसान हुआ है.
सड़क मार्ग से भेजने पर खर्च का पड रहा भार
राहुल मेहता ने बताया कि उन्होंने अपने पैकेज के तहत कुछ पर्यटकों को सड़क मार्ग से अयोध्या भेजा, जहां से उन्हें एयर इंडिया के विमान से बैंगलुरु और हैदराबाद भेजा गया. इस पूरे खर्च का भार ट्रैवल एजेंसी को उठाना पड़ा. पर्यटन कारोबार से जुड़े प्रदीप चौरसिया ने बताया कि उनकी ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से एक स्पेनिश ग्रुप आया था, जिनकी दिल्ली से (मैड्रेड) स्पेन की फ्लाइट थी. उन्हें सड़क मार्ग से दिल्ली भेजा गया, और फिर दिल्ली से सभी यात्री स्पेन के मैड्रेड शहर के लिए रवाना हुए. यदि वे विमान का इंतजार करते, तो शायद उनकी स्पेन की फ्लाइट भी छूट जाती.
इसी प्रकार, एक ग्रुप लंदन का भी था, जिन्हें वंदे भारत से दिल्ली भेजा गया और फिर दिल्ली से लंदन के लिए रवाना हुए. इसके अलावा, कुछ यात्रियों का मालदीव के लिए हनीमून पैकेज था, जिनका बैंगलुरु से टिकट निरस्त कर उन्हें दिल्ली से भेजा गया। इस पैकेज में भी नुकसान हुआ है. इस संकट ने वाराणसी के पर्यटन उद्योग को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. स्थानीय व्यवसायियों और ट्रैवल एजेंटों ने इस स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है.




