
वाराणसी - शराब बंदी की मांग को लेकर महिलाओं ने शनिवार की सुबह मिर्जामुराद के बेनीपुर रिंग रोड पंचक्रोशी मार्ग पर रैली निकाल कर प्रदर्शन किया. लोक समिति महिला समूह के तत्वाधान में नागेपुर, बेनीपुर, हरपुर, हरसोस, बीरभानपुर, मेहदीगंज, परमानंदपुर, जंसा आदि गांवों से आई सैकड़ों महिलाओं ने जहरीली शराब बिक्री के खिलाफ जोरदार रैली निकाली. तख्तियों और बैनरों के साथ महिलाएं हरसोस बाजार में शराब ठेके के सामने खड़ी होकर "शराब पीना बंद करो", "शराब बेचना बंद करो", "शराब भगाओ, प्रदेश बचाओ" जैसे जमकर शराब विरोधी नारे लगाए. इस दौरान बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति रही. लोगों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग की.
इस अवसर पर सभा में महिलाओं ने कहा कि पूरे प्रदेश में शराब माफिया सक्रिय हैं और अवैध रूप से जहरीली शराब लोगों को पिलाकर उन्हें मरने के लिए मजबूर कर रहे हैं. आज समाज के ज्यादातर लोग शराब में डूब चुके हैं और इसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है. महिलाओं पर होने वाली घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, बलात्कार, मारपीट आदि का सबसे बड़ा जिम्मेदार शराब है. इसलिए जनता के हित में इसे बंद किया जाना चाहिए. निर्भया दिवस के अवसर पर 16 दिसंबर को शराब और घरेलू महिला हिंसा के खिलाफ आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लॉक के दर्जनों गाँवों से तहसील राजातालाब तक पदयात्रा और साइकिल रैली निकाली जाएगी और तहसील राजातालाब पर प्रदर्शन किया जाएगा.

लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में गाँव-गाँव में शराब के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाती.
रैली में मुख्य रूप से अनीता, आशा, सोनी, मनीषा, कन्हैयालाल, मधुबाला, चन्द्रकला, प्रेमा, मैनबम, सीमा, सुनील मास्टर, सुमन, मंजू, मुन्नू, रंजना, सुशीला, सीता, संतोष, राहुल, मंगल, शनि, सुजीत, उर्मिला, निर्मला, मधु, रामबचन, सुरेन्द्र, अजीत, सुजीत, अजय पाल, गणेश, प्रकाश आदि लोग शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन आशा राय ने किया, जबकि अध्यक्षता अनीता ने की और नेतृत्व सोनी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन मनीषा ने किया.




