
वाराणसीः चिरईगांव के प्राथमिक विद्यालय पहड़िया में गुरुवार दोपहर भयावह घटना घट गई. पढ़ाई के दौरान अचानक एक आवारा कुत्ता टूटी हुई बाउंड्रीवॉल से परिसर में घुस आया और कक्षा में सीधे बच्चों पर टूट पड़ा. इस दौरान कुत्ते ने कक्षा तीन के दो छात्रों को उनके पैर और गर्दन पर काट गहरे जख्म कर दिये जिससे वे लहूलुहान हो गए.

विद्यालय में मची चीख-पुकार
घटना से स्कूल में भगदड़ मच गई. शिक्षक और अन्य बच्चों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए. शिक्षकों ने किसी तरह कुत्ते को भगाया और घायल बच्चों को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिरईगांव ले गए. यहां चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार ने दोनों घायलों को टिटनेस व एआरवी का इंजेक्शन लगाकर कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया.
हमले में घायल छात्र
रहीम (कक्षा-3) – पैर पर गहरा जख्म
बाबू (कक्षा-3) – गर्दन व पैर पर गंभीर चोट

कैसे हुई घटना
अध्यापकों के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे कक्षा में पढ़ाई चल रही थी. तभी टूटी हुई बाउंड्री से एक आवारा कुत्ता अचानक कक्षा में घुस गया. उसने सीधे बच्चों पर हमला बोल दिया. छात्र रहीम और बाबू उसकी चपेट में आ गए. हमले के बाद कक्षा में भगदड़ मच गई और बच्चे इधर-उधर भागने लगे.
गांव में बढ़ता आवारा कुत्तों का आतंक
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि विद्यालय परिसर में इस समय आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण सामग्री रखे होने के कारण दीवार का कुछ हिस्सा टूटा हुआ है, जिससे कुत्ता आसानी से अंदर घुस गया और यह घचना हो गई. ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि गांव में आवारा कुत्तों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. अब तक कई लोग उनके हमले का शिकार हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग आंख मूंदे बैठे हैं. लोगों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

स्थानीय लोगों की मांग
विद्यालय की टूटी बाउंड्रीवॉल तत्काल दुरुस्त की जाए.
आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम व प्रशासन सक्रिय हो.
बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल परिसर में स्थायी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
यह घटना न केवल बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करती है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है.





