
वाराणसी: शहर के बंगाली समाज ने शारदोत्सव एवं बंगीय प्रवुद्ध जन सम्मेलन का भव्य आयोजन आईआईटी (बीएचयू) के प्रो. गोपाल त्रिपाठी ऑडिटोरियम, रासायनिक अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी विभाग में किया. मंगलवार को यह कार्यक्रम सांस्कृतिक उत्सव और शैक्षिक गरिमा का अद्वितीय संगम रहा, जिसने उपस्थित जनसमूह को भावनात्मक और बौद्धिक दोनों स्तरों पर समृद्ध किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्रालय एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार रहे. उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में काशी के बंगाली समाज को शारदीय शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि शिक्षा और सांस्कृतिक धरोहर देश की एकता और अखंडता के लिए आधारशिला हैं.

कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ महामना पंडित मदनमोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ. इसके उपरांत अतिथियों का पुष्पगुच्छ और उत्तरियाओं से सम्मान किया गया. इस अवसर पर आईआईटी (बीएचयू), आईएमएस (बीएचयू) और अन्य विभागों के प्राध्यापक, चिकित्सक, शोधार्थी और उनके परिवार बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए. जिससे यह अवसर एक सच्चे शरद मिलन उत्सव में बदल गया.





