
वाराणसी: यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कानून-व्यवस्था, दलितों पर अत्याचार, आर्थिक स्थिति, बिहार की राजनीति और प्रधानमंत्री के बयानों को लेकर बीजेपी और एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होने कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए कहा कि काकोरी में आरएसएस के लोगों ने एक दलित शख्स को पेशाब चटवाने जैसा शर्मनाक काम किया है. उन्होंने दावा किया कि पिछले दो महीनों में दलितों के खिलाफ 15,130 मामले दर्ज किए गए हैं.
प्रयागराज में पत्रकार की हत्या पर उन्होंने सवाल उठाया, "ये दावा करते हैं कि हम अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे, और वहां लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी पत्रकार की ही हत्या हो जा रही है." उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस पर जवाब मांगा. राय ने कहा कि दीपावली और धनतेरस पर आमजन त्योहार नहीं मना पाए. उन्होंने व्यंग्य किया कि लोग पहले सोना खरीदते थे, लेकिन अब सोना बेचने की नौबत आ गई है.
बिहार चुनाव को लेकर कसा तंज

उन्होंने बिहार की एनडीए सरकार पर शराबबंदी को लेकर निशाना साधा. राय ने आरोप लगाया कि बिहार में शराब की तस्करी हो रही है, और यह काम "यह सरकार ही करा रही है." उन्होंने कहा कि इस समय बिहार में "महा जंगलराज" है और रोजगार के नाम पर केवल "इस एनडीए की सरकार में तस्करी" हो रही है. बिहार में कंपनियों के आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस समय बिहार में जंगल राज है, और रोजगार के नाम पर सिर्फ तस्करी हो रही है.
बिहार में 14% यादव मुख्यमंत्री और 1% साहनी हैं तो उपमुख्यमंत्री मुकेश साहनी बनेंगे सवाल को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय की आपत्ति पर अजय राय ने कहा कि महागठबंधन में सब लोग एक साथ हैं और सबका सम्मान है. उन्होंने इस मुद्दे को "आरएसएस और बीजेपी की चाल" बताया.
बीजेपी की राजनीति हिंदू और मुसलमान की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोबाइल की रोशनी वाले बयान पर अजय राय ने पलटवार करते हुए कहा कि "उन्हीं के मंच पर बिजली चली गई." उन्होंने बताया कि वरिष्ठ बीजेपी नेता गिरिराज सिंह को कहना पड़ा कि "जल्दी लाइट दो." राय ने कहा, "जब मोदी जी के मंच पर लाइट चली गई, तो समझ सकते हैं कि क्या स्थिति है." अजय राय ने घुसपैठियों के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि "बीस साल से बिहार में नीतीश जी की सरकार है, तो घुसपैठिये आए कहां से?" उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि "केंद्र में आपकी बारह साल से सरकार है, ये घुसपैठी चुनाव में ही याद आते हैं, चुनाव के पहले नहीं याद आते हैं, क्योंकि वोट लेना है." उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी "हिंदू और मुसलमान की राजनीति" करती है, और जनता इस बात को समझ चुकी है.




