
Dharmendra : बॉलीवुड के "ही-मैन" कहे जाने वाले एक्टर धर्मेंद्र देओल 89 की उम्र में मंगलवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया. धर्मेंद्र की हेल्थ बीते समय काफी वक्त से खराब थी और मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल के बाद घर में ही उनका इलाज चल रहा था. आज उनके निधन की खबर ने परिवार समेत फैंस को बड़ा सदमा पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि एक्टर को लंबे समय से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. उनका अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट पर होगा.
धर्मेंद्र का पूरा नाम धर्मेंद्र कृष्ण देओल था. उनका जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसरानी गांव में हुआ था. फगवाड़ा शहर में उन्होंने अपना बचपन गुजारा था. उन्होंने 1950 में यहीं से मैट्रिक की. 1952 तक रामगढ़िया कॉलेज में आगे की पढ़ाई की. आपको बता दें की धर्मेंद्र का 65 साल का लंबा फिल्मी करियर रहा है.

उन्होंने 1960 में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. वो "दिल भी तेरा हम भी तेरे" में दिखे थे. इसके बाद वो 1961 की फिल्म "बॉय फ्रेंड" में सपोर्टिंग रोल में दिखाई दिए. धर्मेंद्र 65 साल की एक्टिंग में एक्टिव रहे. उनकी कई हिट, सुपरहिट और ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं. उन्होंने शोले (1975), चुपके-चुपके (1975), सीता और गीता (1972), धरमवीर (1977), फूल और पत्थर (1966), जुगनू (1973) यादों की बारात (1973) जैसी फिल्में यादगार रहेगी.
साल 2004 का चुनाव बीकानेर में खास था. लोग पहली बार अपने बीच एक सुपरस्टार को उम्मीदवार के रूप में देख रहे थे. सभाओं में भारी भीड़ उमड़ती थी, पोस्टर और कटआउट फिल्मों के पोस्टर जैसे दिखते थे और प्रचार के दौरान उनके डायलॉग तक सुनने को मिलते थे. धर्मेंद्र ने कांग्रेस के कद्दावर नेता रामेश्वर लाल डूडी को 60 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.

धर्मेंद्र जीते, लोकसभा पहुंचे. लेकिन लोकसभा पहुंचने के बाद तस्वीर बदलने लगी. धर्मेंद्र को महसूस हुआ कि संसद में काम करने के लिए सिर्फ लोकप्रियता काफी नहीं थे. दिल्ली की जटिल व्यवस्था और फाइलों की दुनिया उन्हें सहज नहीं लगी थी. बीकानेर की जनता को भी यह बात अखरने लगी कि उनका सांसद ज्यादातर समय मुंबई में रहता है. धीरे-धीरे नाराजगी खुलकर सामने आने लगी थी.
धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सबसे सम्मानित और लोकप्रिय सितारों में से एक माने जाते थे. अपने 7 दशकों से अधिक लंबे करियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था. उनके डायलॉग्स आज भी खूब दोहराए जाते हैं और लोग याद रखते हैं.
धर्मेंद्र 89 साल की उम्र में भी फिल्मों में एक्टिव थे. उन्हें कुछ वक्त पहले फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' और 'तेरी बातों... में ऐसा उलझा जिया' में देखा गया था, जिसमें उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया था. अब उनकी आखरी फिम अमिताभ के नाती अगस्त्य नंदा की फिल्म 'इक्कीस' में भी नजर आने वाले हैं. ये उनकी आखिरी फिल्म है, जो इसी साल 25 दिसंबर को रिलीज होगी. अब अफसोस इस बात का है कि फिल्म रिलीज से पहले ही धर्मेंद्र अब इस दुनिया से चल बसे .




