वाराणसीः गाजीपुर में महराजगंज स्थित सनबीम स्कूल 10 के छात्र 16 वर्षीय आदित्य वर्मा की विद्यालय परिसर में चाकूओं से गोदकर की गई हत्या का मामला शुक्रवार को पुलिस परिक्षेत्र वाराणसी के अपर पुलिस महानिदेशक (ए०डी०जी०) के दरबार में पहुंचा. एडीजी से मिलकर मृतक छात्र की मां व परिजनों ने इस प्रकरण में एकतरफा व ठूलमूल रवैया अपनाते हुए पुलिस की विवेचना पर सवाल उठाए. साथ ही आरोप लगाया कि इससे प्रार्थिनी को न्याय मिलने की आस नहीं दिख रही है.
यह था पूरा मामला
इस मामले में मृतक छात्र की मां ने एडीजी को एक ज्ञापन सौंपा. बताया कि प्रार्थिनी गुड़िया वर्मा पत्नी शिवजी वर्मा वार्ड नं0 25 युसूफपुर बाजार मोहम्मदाबाद, गाजीपुर की निवासी हैं. उनका पुत्र आदित्य वर्मा 16 वर्ष का था जो गाजीपुर शहर के महराजगंज स्थित सनबीम स्कूल 10 का छात्र था. उनके पुत्र की हत्या इसी साल 18 अगस्त को उक्त स्कूल परिसर के अन्दर उसी स्कूल में पढ़ने वाले साहिल रावत व आनन्द पाण्डेय व अन्य अज्ञात लोगों ने सोची समझी साजिश के तहत कर दिया था. इस मामले में उन्होंने घटना की रिपोर्ट थाना कोतवाली, जिला गाजीपुर में दर्ज कराया था.
उठाई मांग, लगाए आरोप
एडीजी से मृतक की मां गुड़िया वर्मा ने आरोप लगाया कि प्रकरण के विवेचक उक्त प्रकरण में एकतरफा व ठूलमूल रवैया विवेचना में लगा रहे हैं. इसके चलते उन्हें न्याय मिलने की आस नही दिख रही है. उन्होंने मांग उठाई कि
1- इस प्रकरण की विवेचना को एसआईटी गठित कर निष्पक्ष त्वरित एवं पारदर्शी रूप से कराई जाए.
2- उनकी बेटे की हत्या के मामले में अब तक विद्यालय के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य व प्रबन्धन के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई जो अत्यन्त चिन्ताजनक व संदेहास्पद है. इसलिए विद्यालय के समस्त प्रबन्धन पर आवश्यक व प्रभावी विधिक कार्यवाही की जाए जिससे इस तरह की घटना दोबारा न सके.
3. यह कि उन्हें संदेह है कि इस घटना से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्यों को मिटाने एवं सीसीटीवी० फुटेज के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया जा रहा है. इस संबंध में कई बार कोतवाली जाने के बाद भी थाना स्थानीय/विवेचक द्वारा फुटेज उपलब्ध नही करायी गयी जो गंभीर प्रश्न खड़ा करता है और विवेचना को संदिग्ध करता है.
उन्होंने एडीजी से अपेक्षा की है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर वह तत्काल प्रभावी एवं न्यायोचित कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके तथा समाज में पुलिस प्रशासन की निष्पक्ष छवि बनी रही.
बता दें कि गाजीपुर के सनबीम स्कूल में हुई 10 वीं के छात्र की हत्या उसी स्कूल में ही 9 वीं कक्षा के छात्रों ने चाकू मारकर की थी. परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लगाए कई आरोप लगाए थे. उनका कहना था कि समय पर उनके जख्मी बेटे का अस्पताल पहुंचा दिया गया तो उसकी जान बच सकती थी. वैसे इस मामले में पुलिस दो नामजद आरोपित छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है .