
वाराणसी : कफ सीरप प्रकरण में आरोपितों के साथ तस्वीरें वायरल होने के बाद संबंधों के बारे में उठ रहे सवालों को लेकर शनिवार को धनंजय सिंंह ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर अपना स्पष्टीकरण दिया है. इस प्रकरण में उन्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच की पेशकश की है.
पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि - "मुझे पता है कि कफ़ सीरप के मुद्दे पर मेरे कुछ राजनैतिक विरोधियों ने पत्रकार बंधुओं को गुमराह कर के मेरे बारे में भ्रामक्ता फैलाने का कृत्य किया है.
पीएम की छवि धूमिल करने का कुत्सित प्रयास

आगे लिखा है कि इस सम्बन्ध में प्रकरण काशी/वाराणसी से जुड़ा होने के कारण कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं के द्वारा झूठे आरोप लगाकर प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इस प्रकरण की जाँच राज्य सरकार द्वारा गहनता से विभिन्न एजेंसियों के द्वारा कराई जा रही है जिससे प्रकरण की सत्यता सबके सामने आ जायेगी. बताया कि चूँकि यह मामला अंतर्राज्यीय है अतः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध है कि इस मामले की व्यापक जाँच सीबीआई से कराई जाए जिससे दोषियों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित हो और अनर्गल आरोपों और झूठी खबरों पर विराम लग सके.
उन्होंने यह भी बताया कि इस सम्बन्ध में वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखने जा रहे हैं जिससे भ्रामक खबर चलवाने और राज्य सरकार की छवि धूमिल करने वालों का चेहरा उजागर हो सके. उनकी पोस्ट जारी होने के बाद यह प्रकरण शनिवार को एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है.
बता दें कि कफ सिरप मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं. ऐसे में 12 और मेडिकल फर्में एसआईटी और एसटीएफ के निशाने पर हैं. इनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा रहा है.




