वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में नए मंदिर निर्माण और हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार दिए जाने को लेकर 1991 में दाखिल मुकदमे से जुड़ी एक अहम सुनवाई सोमवार को हुई. इस मामले में स्वयंभू विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर से पं. सोमनाथ व्यास, डॉ. रामरंग शर्मा और पं. हरिहर नाथ पांडेय ने याचिका दायर की थी. अब पं. हरिहर नाथ पांडेय की तीन बेटियां मणिकुंतला तिवारी, नीलिमा मिश्रा और रेनु पांडेय इस मुकदमे में पक्षकार बनने की मांग कर रही हैं.
इनकी ओर से अधिवक्ता आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अदालत से आग्रह किया कि इस पुनरीक्षण याचिका की सुनवाई सीधे जिला जज की अदालत में की जाए. अदालत ने इस पर विचार करते हुए अगली सुनवाई की तिथि 20 अगस्त तय कर दी है.
गौरतलब है कि पं. हरिहर नाथ पांडेय की बेटियों द्वारा मुकदमे में पक्षकार बनाने की अर्जी को सिविल जज सीनियर डिवीजन ने 16 नवंबर 2024 को खारिज कर दिया था. इसके बाद पुनः सुनवाई की गुहार भी 11 फरवरी 2025 को नामंजूर कर दी गई .इसी क्रम में तीनों बहनों ने अब जिला जज की अदालत में पुनरीक्षण याचिका दाखिल की है.
बीते दिनों जिला जज के अवकाश पर रहने के कारण यह याचिका प्रभारी जिला जज की अदालत में पेश हुई थी. इस पर सुनवाई सोमवार को होनी थी, लेकिन अब अदालत ने इसे जिला जज की कोर्ट में सुनने के संबंध में निर्णय के लिए 20 अगस्त की तिथि तय की है.