वाराणसीः देश की पहली रोपवे अर्बन ट्रांसपोर्ट परियोजना नगर में तेजी से अपने अंतिम चरण में है.लक्ष्य है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते तक यह सेवा शुरू कर दी जाए. पहले चरण में कैंट से रथयात्रा तक का काम 30 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. विद्यापीठ और रथयात्रा रोपवे स्टेशन पूरी तरह तैयार हैं, जबकि कैंट स्टेशन को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
कार्यदायी संस्था नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आश्वासन दिया है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक परियोजना का पहला चरण जनता को समर्पित कर दिया जाएगा. इसके शुरू होने से कैंट से रथयात्रा तक यात्रा आसान होगी और पर्यटकों को काशी दर्शन में भी सुविधा मिलेगी.
तकनीकी चुनौतियां अभी भी है सामने
हालांकि, इंजीनियरों के सामने कुछ तकनीकी चुनौतियां अभी भी हैं, जिनके समाधान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.जुलाई के अंत से 90 मोनो-केबल डिटेचेबल गोंडोला (केबल कार) का बिना भार के सफल परीक्षण किया जा चुका है.
सितंबर के दूसरे सप्ताह तक इनका गति, संतुलन और सुरक्षा मानकों पर परीक्षण होगा. करीब 3.25 किलोमीटर लंबे इस रोपवे कॉरिडोर में 15 सितंबर से लोड टेस्ट भी शुरू किया जाएगा. इसमें 800 किलो तक भार डालकर जांच की जाएगी, जिसके लिए रेत की बोरियां और पानी की बोतलें उपयोग में लाई जाएंगी. वहीं, 28 टावरों पर लगाए गए 168 सेंसरों का परीक्षण भी जारी है.