वाराणसी: चौबेपुर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों अनिल सिंह नामक युवक की हुई हत्या की घटना का वाराणसी पुलिस ने खुलासा कर दिया है. आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया है. इस सफल का नेतृत्व एडीसीपी वरुणा ज़ोन नीतू कात्यान, जिन्हें 'लेडी सिंघम' कहा जाता है ने किया.
गला रेतकर की गई युवक की हत्या
घटना 28 अगस्त 2025 की रात की है. रात करीब 11 बजे चौबेपुर क्षेत्र निवासी युवक अनिल सिंह की गला रेतकर हत्या की गई थी. वारदात में धारदार हथियार (हँसिया) का इस्तेमाल किया गया था. घटना की जानकारी होने से इलाके में सनसनी फैल गई थी.
पुलिस की जांच और ऑपरेशन 'मत्स्य'
हत्या की घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद एडीसीपी वरुणा ज़ोन नीतू कात्यान के नेतृत्व में चौबेपुर थाना पुलिस ने 'ऑपरेशन मत्स्य' शुरू किया. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिरों की यानी 31 अगस्त 2025 को अनिल सिंह की हत्या में आरोपित उसके ही चचेरे भाई सिरजू सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
जमीन विवाद बनी हत्या की वजह
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. सिरजू ने बताया कि उसके और अनिल के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद चल रहा था. इसी जमीन की रंजिश के चलते उसने अनिल की हत्या की साज़िश रची. उसने बाजार से एक हँसिया खरीदा और वारदात को अंजाम देने के बाद उसे घर के पीछे पेड़ के पास छिपा दिया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हँसिया बरामद कर लिया है.
Also Read :होटल व्यवसायी ने मकान मालिक पर लगाया 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप, मुकदमा दर्ज
आगे की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है और आरोपित को जेल भेजा जाएगा. वहीं, एडीसीपी नीतू कात्यान ने कहा कि अपराध कितना भी गंभीर क्यों न हो, पुलिस की नज़रों से अपराधी का बचना नामुमकिन है.