Sunday, 23 November 2025

बाइक्स का जलवा देख फिदा हुए राहुल गांधी, बोले- 'हमारा बजाज'

बाइक्स का जलवा देख फिदा हुए राहुल गांधी, बोले- 'हमारा बजाज'
Oct 03, 2025, 12:24 PM
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Posted By Gaandiv


Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों दक्षिण अमेरिका के चार देशों के दौरे पर हैं. इस दौरान कोलंबिया की सड़कों पर भारतीय बाइक्स का जलवा देखते ही उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें राहुल गांधी मोदी सरकार पर कुछ पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगा रहे हैं. राहुल का कहना है कि भारत की कंपनियां साठगांठ वाले पूं जीवाद से नहीं, बल्कि इनोवेशन से कामयाबी हासिल कर सकती हैं.


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राहुल ने मोदी सरकार पर किया कटाक्ष


दरअसल, चार देशों के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने कोलंबिया में बजाज पल्सर मोटरसाइकिल की एक तस्वीर ‘एक्स’ पर साझा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया. कहा, ‘बजाज, हीरो और टीवीएस बाइक्स का कोलंबिया में इतना अच्छा प्रदर्शन करते देखकर आज गर्व महसूस हो रहा है. जो यह दर्शाता है कि भारतीय कंपनियां साठगांठ वाले पूंजीवाद से नहीं, बल्कि नवाचार से सफलता हासिल कर सकती हैं'. यहीं कारण है कि दक्षिण अमेरिका भारतीय मोटरसाइकिल के लिए एक बड़ा बाजार है. 2024 में भारत ने वहां 1.5 अरब डॉलर की मोटरसाइकिल एक्सपोर्ट की थी, यह भारत के कुल मोटरसाइकिल एक्सपोर्ट का 46 फीसदी है.


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भारतीय बाइक्स का जलवा


राहुल ने बताया कि, दक्षिण अमेरिका में मेक्सिको के बाद कोलंबिया भारतीय मोटरसाइकिल का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. इसमें ग्वाटेमाला, ब्राजील, अर्जेंटीना, पेरू और होंडुरास भी भारतीय बाइक्स के लिए अहम बाजार हैं. दक्षिण अमेरिका के अलावा अफ्रीका में भी कुछ भारतीय मोटरसाइकिल कंपनियों ने धूम मचा रखी है. किसी जमाने में वहां चीन और अमेरिका का दबदबा हुआ करता था लेकिन भारतीय कंपनियों ने अब उन्हें पटखनी दे दी है. भारतीय बाइक्स क्वालिटी के मामले में अमेरिका जैसी हैं जबकि उनकी कीमत चीन की बाइक्स के बराबर है. यह वजह है कि अफ्रीका में उन्हें काफी पसंद किया जा रहा है.


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"हम चीन जैसा नहीं कर सकते"


बता दें, बीते गुरुवार को कोलंबिया के मेडेलिन स्थित ईआईए विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें राहुल ने दावा किया कि मौजूदा समय में भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर व्यापक हमला हो रहा है, लेकिन यह एक ऐसा बड़ा जोखिम है जिससे देश को पार पाना ही होगा. क्योंकि हम चीन जैसा नहीं कर सकते जहां लोगों का दमन किया जाता है और एक अधिनायकवादी व्यवस्था चलाई जाती है. चीन भारत के लायक नहीं है. इसलिए इससे दुरियां बनाना ही बेहतर होगा.