वाराणसी : उत्तर प्रदेश के कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख ने शनिवार को वाराणसी स्थित ISARC (IRRI South Asia Regional Centre) का दौरा किया . इस दौरान उन्होंने संस्थान के विभिन्न अनुसंधान केंद्रों का निरीक्षण किया और कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की प्रगति देख उनकी सराहना की .
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन पर शोध
मंत्री ने ISARC के अनुसंधान फार्मों का दौरा किया, जहां चावल आधारित प्रणालियों में ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की निगरानी की जा रही है . यह शोध जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझने और उन्हें कम करने के उपायों पर केंद्रित है .
सीधी बुआई और मृदा स्वास्थ्य में सुधार
मंत्री ने सीधी बुआई की तकनीकों का भी निरीक्षण किया, जो जल और श्रम की बचत करती हैं . इसके साथ ही, मृदा स्वास्थ्य में सुधार के लिए पुनर्योजी कृषि पद्धतियों पर भी चर्चा की गई .
उन्नत यांत्रिकीकरण और फसल अवशेष प्रबंधन
ISARC के यांत्रिकीकरण केंद्र में मंत्री ने उन्नत कृषि यंत्रों और फसल अवशेष प्रबंधन तकनीकों का अवलोकन किया. ये तकनीकें किसानों की कार्यकुशलता बढ़ाने और श्रम की कमी को दूर करने में सहायक हैं .
स्पीडब्रीड, GIS और मूल्य संवर्धन केंद्र का दौरा
मंत्री ने ISARC के स्पीडब्रीड केंद्र का दौरा किया, जहाँ चावल की उन्नत किस्मों का विकास किया जा रहा है . GIS प्रयोगशाला में कृषि योजनाओं के लिए भू-स्थानिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है . मूल्य संवर्धन केंद्र में अनाज की गुणवत्ता परीक्षण, भारी धातु पहचान और मूल्य संवर्धित चावल उत्पादों का विकास हो रहा है.
मंत्री ने ISARC की उपलब्धियों की सराहना करते हुए इसे कृषि अनुसंधान में एक प्रमुख केंद्र बताया . उन्होंने संस्थान की विविध और समर्पित टीम की भी प्रशंसा की.