
वाराणसी : तेरह दिवसीय राणी सती दादी मंगल महोत्सव के 12वे दिन बुधवार को नाटी इमली स्थित मंदिर में राजस्थानी गीतों के साथ चुनरी महोत्सव मनाया गया. मारवाड़ी महिला संगठन की गंगा शाखा के संयोजन में आयोजित चुनरी महोत्सव में राणी सती दादी को - चुन्दड़ी को रंग लाल चटक है, तारा भी चिपकाया मां जैसे गीतों के साथ चुनरी चढ़ाई गई. श्रद्धालु महिलाओं द्वारा चढ़ाई चुनरी उन्हे प्रसाद स्वरूप प्रदान कर दी गई. सुहागिन महिलाओं ने भी एक दूसरे को चुनरी ओढ़ाई. चुनरी महोत्सव की व्यवस्था निशा अग्रवाल, अनिता सिंघानिया, ज्योति अग्रवाल, अनिता तुलस्यान ने संभाल रखी थी.
प्रभात फेरी मे गूंजे चुनरी गीत
बुधवार को मंगलकलश व ध्वज प्रभात फेरी मे भी चुनरी गीतों की प्रमुखता रही. प्रभात फेरी में सम्मिलित श्रद्धालु- लाल है चूनड़, चुड़लो है लाल, रोली लाल है, मोली भी है लाल, मेहंदी से मां को हाथ भी लाल जैसे गीतों पर ध्वज लहराते चल रहे थे. प्रभात फेरी में सबसे आगे मंगलकलश लेकर महिलाएं चल रही थी. मंदिर पहुंचने पर प्रभातफेरी का स्वागत निधिदेव अग्रवाल, अरविंद जैन, कृष्ण गोपाल तुलस्यान, जगदीश सरावगी, रवि बूबना ने किया. सामूहिक चालीसा पाठ के बाद प्रसाद वितरण व्यवस्था शरद शाह, शंकर तोदी, सुनील नोमानी ने संभाली थी.
राणी सती दादी शोभायात्रा एवं विवाहोत्सव का होगा आयोजन
श्रीराणी सती दादी मंदिर मे गुरुवार 13 नवम्बर को 'दादी विवाहोत्सव' में अनेक धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे. तेरह दिवसीय मंगल महोत्सव के अंतिम दिन गुरुवार को रामकटोरा स्थित राणी सती मंदिर में सुबह पांच बजे मंगला आरती के साथ 'दादी विवाहोत्सव' के कार्यक्रम प्रारम्भ होकर रात्रि शयन आरती तक जारी रहेगे. सुबह साढे सात बजे गोलघर गौशाला से भव्य दादी शोभायात्रा प्रस्थान कर लगभग नौ बजे राणी सती मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा को काफी भव्य रूप दिया जा रहा है. शोभायात्रा मे लगभग पांच सौ महिलाएं राजस्थानी परम्परागत परिधान में मंगलकलश लेकर सम्मिलित होगी. पुरुष भी ध्वज के साथ शोभायात्रा में सम्मिलित होगे. श्री राणी सती धाम समिति के अध्यक्ष रमेश कुमार चौधरी व महामंत्री निधिदेव अग्रवाल के अनुसार इस वर्ष मार्गशीर्ष नवमी पर शोभायात्रा और मंदिर में अत्यधिक भीड़ की संभावना से श्रद्धालुओ के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. गुरुवार को रामकटोरा स्थित मंदिर में पूरे दिन अनेक मांगलिक आयोजन होंगे




