
वाराणसी: रामनगर कस्बे में शुक्रवार की रात बेखौफ बदमाशों की दबंगई से इलाका थर्रा उठा. बाइक सवारों द्वारा एक के बाद एक चलाई गईं छह गोलियों की गूंज से लोग सहम उठे. यह गोलीबारी की घटना भीड़भाड़ वाले बाजार में खुलेआम हुई. हालांकि, इस फायरिंग में किस के जख्मी होने की सूचना नहीं है लेकिन हथियार लहराते हुए हौसला-बुलंद बदमाश वहां से आराम से भाग खड़े हुए. फायरिंग के दौरान जहां लोगों ने अपने घरों को बंद कर दिया वहीं खुली दुकानें भी बंद हो गईं. सूचना पाकर पहुंची पुलिस बाइक सवारों की तलाश में रातभर तलाशी अभियान चलाती रही, लेकिन कोई सफलती नहीं मिली. पुलिस के अनुसार, फिलहाल फायरिंग के पीछे जिम में दो पक्षों के बीच का विवाद सामने आ रहा है जिसकी पड़ताल की जा रही है.

जिम विवाद से जुड़ा मामला
पुलिस के अनुसार, जानकारी मिली है कि रामनगर निवासी हेड कॉन्स्टेबल उपेंद्र शर्मा का बेटा सौरभ शर्मा रोजाना कस्बे के एक फिटनेस क्लब में जाता है. प्रभु नारायण इंटर कॉलेज के पास स्थित इस जिम में पिछले दिनों उसका हर्ष उपाध्याय नामक युवक से विवाद हो गया था. विवाद हाथापाई तक जा पहुंचा था. मामला पुलिस तक पहुंचा तो उसने दोनों पक्षों का चालान कर दिया, लेकिन बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया.

सौरभ के पिता उपेंद्र शर्मा का आरोप है कि विवाद के बाद से विवेक सिंह द्वारा लगातार फोन पर धमकियां दी जा रही थीं. नाराज विवेक ने उनसे पूछा था कि तुम्हारे लड़के ने थाने में शिकायत क्यों की थी. इस संबंध में पहले भी पुलिस को सूचना दी गई थी. परिजनों का कहना है कि शुक्रवार की रात की गोलीबारी उसी विवाद का नतीजा है, जिसके जरिए दबदबा बनाने और डर फैलाने की कोशिश की गई.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहली गोली जनकपुर इलाके में हिमांशु राय के घर पर चली, दूसरी गोली दुर्गा मंदिर के पास मनोहर की चाय की दुकान पर दागी गई और तीसरी गोली सीधे सौरभ शर्मा के घर के पास चलाई गई. हालांकि, गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ. पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जांच कर साक्ष्य जुटाए.
पुलिस ने बनाई जांच टीमें
एडीसीपी सरवणन टी. ने पुष्टि की है कि सौरभ शर्मा के घर के पास गोली चलाई गई है, जबकि अन्य दो स्थानों की जांच की जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया है. उधर घटना के बाद से रामनगर कस्बे में तनाव का माहौल है. लोगों को जहां पुलिस की कार्रवाई का इंतजार है वहीं परिजन लगातार सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. पुलिस की माने तो दहशत फैलाने वाले बदमाश जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे.





