
वाराणसी:चौकाघाट स्थित बुनकर सेवा केंद्र के नवनियुक्त उपनिदेशक अशोक कुमार वर्मा का गुरुवार को उनके कार्यालय में बुनकरों ने अभिनंदन किया. इस अवसर पर बजरडीहा हथकरघा क्लस्टर विकास संस्थान के अध्यक्ष मोहम्मद स्वलेह अंसारी के नेतृत्व में बुनकरों ने उपनिदेशक को पुष्पगुच्छ एवं माल्यार्पण कर स्वाबगत किया. इस दौरान श्री वर्मा ने कहा कि आज बुनकरों के सामने सबसे बड़ी समस्या मार्केटिंग की है. सरकार को इसका ठोस समाधान निकालना होगा. बनारस की हथकरघा पर बनी साड़ियाँ और वस्त्र बेहद ख़ूबसूरत व अद्वितीय हैं, लेकिन इन्हें सही बाज़ार तक पहुँचाना सबसे ज़रूरी है.

बुनकरों की मेहनत और कौशल शहर की पहचान
उन्होंने आगे कहा कि बनारस की बनी साड़ियाँ आज अमेरिका, यूरोप, जापान और अफ़्रीका के अनेक देशों में निर्यात की जाती हैं. यदि बुनकर अपने उत्पादन की गुणवत्ता और उसकी विविधता पर और अधिक ध्यान देंगे तो निश्चित रूप से बनारस की साड़ी का बाज़ार पहले की तरह सशक्त बना रहेगा.
इस अवसर पर उपनिदेशक वर्मा ने वाराणसी की ऐतिहासिक परंपराओं और बुनकरों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि “वाराणसी की पहचान बुनकरों की मेहनत और उनके अद्भुत कौशल से है. यही कला और परंपरा बनारस को दुनिया के नक्शे पर अलग स्थान दिलाती है. विभाग की ओर से बुनकरों की समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे.”
बुनकरों को मिलेगी नई ऊर्जा
संस्थान के अध्यक्ष मोहम्मद स्वलेह अंसारी ने कहा कि “उपनिदेशक के मार्गदर्शन से बुनकर समाज को नई दिशा और नई ऊर्जा मिलेगी. उनके सहयोग से बुनकरों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और परंपरागत कलाओं को नई पहचान मिलेगी.” स्वागत करने वालों में हाजी अब्दुल अहद, ज़ुल्फ़िकार आलम, सगीर अहमद, बाबू भाई, मुमताज़ अहमद, नूर आलम, मोहम्मद असलम, रियाजुद्दीन, डब्लू, अरशद, अनिल गोस्वामी और सरफ़राज़ ख़ान सहित कई लोग उपस्थित रहे.





