वाराणसी : मिर्जामुराद पुलिस ने शुक्रवार को शादी के नाम पर ठगी करने वाली एक महिला समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.आरोप है कि इस गैंग ने शादी के बाद दूल्हे पर अपहरण का झूठा आरोप लगाने की साजिश रची. घटना के दौरान गिरोह का एक सदस्य और महिला मौके से फरार हो गए.
जबकि कथित दुल्हन और उसकी सहयोगी पुलिस के हत्थे चढ़ गईं.राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ निवासी भानु जागा ने थाने में तहरीर दी थी. उन्होंने बताया कि अपने भाई गिरीश की शादी कराने के लिए उन्होंने एक परिचित के जरिए गाजीपुर जिले के यूसुफपुर (जमानिया) निवासी नंदलाल से मोबाइल पर बातचीत की थी.
शादी का किया था वादा...
पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया. गाजीपुर के जमनिया निवासी नंदलाल ने राजस्थान के भानु जागा से 1.80 लाख रुपये लेकर उसके भाई गिरीश की शादी कराने का वादा किया था. तय तारीख पर भानु अपने परिवार के साथ जमनिया पहुंचा. वहां होटल में नंदलाल और उसकी साथी किरण से मुलाकात हुई.रुपये लेने के बाद उन्होंने पूजा नाम की महिला को दुल्हन बनाकर पेश किया और उसी होटल में गिरीश की शादी करा दी. इस दौरान एक अन्य महिला निशा भी उनके साथ मौजूद थी, जिसने खुद को बिहार के भभुआ जिले की रहने वाली बताया.
गाड़ी कैसे रुकी
शादी के बाद सभी लोग दुल्हन पूजा के साथ राजस्थान रवाना हुए. लेकिन जैसे ही गाड़ी मिर्जामुराद के रखौना रिंग रोड के पास पहुंची, पूजा ने पेट दर्द का बहाना बनाकर गाड़ी रुकवाई और तुरंत अपहरण का आरोप लगाते हुए पुलिस को फोन कर दिया.पुलिस पहुंची तो नंदलाल और किरण मौके से भाग निकले, जबकि पूजा और उसकी सहयोगी निशा को पकड़ लिया गया.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि दुल्हन बनी पूजा पहले से ही शादीशुदा है और चार बच्चों की मां है. उसने पुलिस को बताया कि पति की बीमारी और पैसों की तंगी के चलते वह इस फरेब में शामिल हुई थी.निशा उसकी भाभी बनकर साथ आई थी.मिर्जामुराद थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि भानु जागा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. गिरफ्तार दोनों महिलाओं का चालान कर परिजनों को सौंप दिया गया है, जबकि फरार आरोपियों की तलाश जारी है.