वाराणसी : इस बार गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम ने नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है . प्रदूषण नियंत्रण और गंगा की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए निगम ने शहर में 9 कृत्रिम कुंड (Artificial Ponds) तैयार किए हैं . इनमें भक्तजन अपनी प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे .
गंगा की स्वच्छता पर जोर
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए यह कदम बेहद जरूरी है . हर साल हजारों प्रतिमाएं सीधे गंगा में विसर्जित कर दी जाती थी, जिससे जल गुणवत्ता प्रभावित होती है और धार्मिक स्थल पर गंदगी का दबाव बढ़ जाता है . इसी कारण अब भक्तों को सीधे नदी में मूतिर्यों के विसर्जन की अनुमति नहीं होगी . सभी को कृत्रिम कुंडों का ही उपयोग करना होगा .
नगर निगम ने जनता से मांगे सुझाव
नगर निगम ने यह भी कहा है कि यदि किसी इलाके के लोग अपने क्षेत्र में अस्थायी विसर्जन कुंड बनवाना चाहते हैं, तो वे अपनी राय और सुझाव भेज सकते हैं . इसके लिए निगम ने एक व्हाट्सएप नंबर – 9452244444 जारी किया है. इस नंबर पर लोग कुंड बनाने की लोकेशन और अपनी मांग साझा कर सकते हैं . अधिकारियों के अनुसार, जनता के सहयोग से ही स्वच्छ और व्यवस्थित व्यवस्था बनाई जा सकेगी .
अपील जनता से
नगर निगम ने सभी पूजा समितियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस निर्णय का पालन करें और गंगा की स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग दें . निगम का कहना है कि यह प्रयास धार्मिक आस्था को सम्मान देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है .