
वाराणसीः काशी से काठमांडू-नेपाल स्थित पशुपतिनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा फिर से शुरू होने जा रही है. बता दें कि 14 माह बाद नेपाल से पहली बस 26 दिसंबर की शाम साढ़े छह बजे से चलेगी जो दूसरे दिन शाम को 3:30 बजे काशी पहुंचेगी. भारत व नेपाल के रिश्तों को और मजबूत करने के लिए भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा को पुनः शुरू करने का फैसला किया गया है. पहले एक बस भारत से और दूसरी नेपाल से चलती थी. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से अनुबंधित बसों के परमिट का नवीकरण नहीं होने के चलते यह सेवा बंद हो गई थी. पुनः चलने वाली बस के लिए एजेंसी तय कर दी गई जो टिकट की बुकिंग ऑनलाइन करेगी. नेपाल से श्री मंजू श्री बस सेवा समिति इस बस को संचालित करेगी.
नेपाल बस सेवा से श्रद्धालुओं संग व्यापारियों को मिलेगी सहूलियत

बता दें कि डेढ़ साल पूर्व यह बस सेवा बंद कर दिए जाने से काशी से काठमांडू-नेपाल स्थित पशुपतिनाथ का दशर्न पूजन करने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा यात्रियों संग व्यापारियों को भी काफी परेशान होना पड़ता है.
बनारस से सप्ताह में तीन दिन चलेगी ये एसी बस, दो हजार किराया

वाराणसी-काठमांडू बस सेवा के संचालक गौरव कुमार के अनुसार वाराणसी से काठमांडू का किराया 2000 रुपये निर्धारित किया गया है. यह बस बनारस से सप्ताह में तीन दिन, सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को चलेंगी. रोडवेज से यह बस रात 9 बजे छूटेगी अगले दिन शाम 4 बजे काठमांडू पहुंचेगी. वहीं यह बस काठमांडू से शाम 6:30 बजे खुलेगी और अगले दिन वाराणसी शाम को 3:30 बजे पहुंचेगी. बस वाराणसी से अयोध्या से सुल्तानपुर, बस्ती होते हुए सोनौली बार्डर होकर काठमांडू पहुंचेगी.
यात्रा के दौरान यह जरूरी चीज होनी चाहिए साथ
बताया गया कि इस बस से यात्री करने वाले नेपाली नागरिकों को अपना नेपाली नागरिकता प्रमाणपत्र साथ में रखना होगा. दूसरी ओर भारतीय नागरिकों को वोटर आईडी कार्ड साथ रखना जरूरी होगा होगा. इसके अलावा नेपाल की यात्रा करने वाले अन्य देशों के नागरिकों के लिए वीज़ा जरूरी होगा.




