वाराणसी से पश्चिम बंगाल तक जल परिवहन के विकास में रविवार सुबह एक नया अध्याय जुड़ गया. ‘होमी भाभा’ नामक कार्गो जहाज ने वाराणसी के मल्टी-मॉडल टर्मिनल से 300 टन सीमेंट और 100 टन वाइट पुट्टी की खेप लेकर साहिबगंज (झारखंड) टर्मिनल की ओर प्रस्थान किया.
अधिकारियों के मुताबिक, साहिबगंज टर्मिनल पहुँचने के बाद यह माल सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों – सिलीगुड़ी, मालदा टाउन और कृष्णानगर भेजा जाएगा. इसे उद्यमिता और व्यापारिक गतिविधियों को नई गति देने वाला कदम माना जा रहा है.
अधिकारियों की मौजूदगी और प्रस्थान
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के सचिव टी.के. रामचंद्रन, मंडलायुक्त एस. राजालिंगम, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, चंदौली के जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग सहित दोनों जिलों के कई अधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे. इस खेप को कटनी (मध्य प्रदेश) से मंगाया गया था और जर्मन क्रेन की मदद से टर्मिनल पर जहाज में लादा गया.
पिछले प्रयास और महत्व
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद वाराणसी-हुगली (हल्दिया) राष्ट्रीय जलमार्ग-1 के विकास की रफ्तार तेज कराई थी. नवंबर 2018 में उन्होंने वाराणसी के रामनगर स्थित आईडब्ल्यूएआई के मल्टी-मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन करते हुए पहली बार कार्गो जहाज को हरी झंडी दिखाई थी.
लाभ और प्रभाव
यह पहल न केवल स्थानीय उद्योगों को सशक्त करेगी बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगी. साथ ही, जल परिवहन सड़क परिवहन की तुलना में अधिक पर्यावरण अनुकूल है, जिससे प्रदूषण कम होगा और परिवहन लागत भी घटेगी.