
वाराणसी: अध्यात्म और संस्कृति की नगरी वाराणसी अब खेल जगत में भी अपनी पहचान बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है. गंगा किनारे बसे इस शहर में पहली बार 69वीं राष्ट्रीय स्कूल तीरंदाजी प्रतियोगिता (अंडर-14) का आयोजन होने जा रहा है. यह आयोजन डॉ. भीमराव आंबेडकर क्रीड़ा संकुल, बड़ालालपुर में होगा, जहां देशभर से आने वाले खिलाड़ी अपने हुनर का तीर निशाने पर साधेंगे.
तैयारियों का जायजा
गुरुवार को वाराणसी मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक दिनेश सिंह ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने मैदान की तैयारियों, खिलाड़ियों के अभ्यास स्थल, लक्ष्य (टार्गेट) लगाने की जगह और निर्णायकों की व्यवस्था का बारीकी से अवलोकन किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने खेल विभाग और जिला ओलंपिक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें तय किया गया कि मैदान की सज्जा, दर्शक दीर्घा, खिलाड़ियों के प्रवेश और अतिथियों के स्वागत तक हर पहलू को सुव्यवस्थित किया जाएगा.
43 टीमें होंगी आमने-सामने
इस प्रतियोगिता में देश की 43 टीमें हिस्सा लेंगी. इसमें नन्हे खिलाड़ी पदक जीतने और अपने राज्य का नाम रोशन करने के लिए मैदान में उतरेंगे. प्रतियोगिता को लेकर शहरवासियों में भी खासा उत्साह है, क्योंकि यह पहली बार है जब वाराणसी इतने बड़े स्तर पर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा.
तकनीक से होगी प्रतियोगिता खास
इस आयोजन को खास बनाने के लिए आधुनिक तकनीक का भी सहारा लिया जाएगा.
मैदान के विभिन्न हिस्सों में बड़े स्क्रीन लगाए जाएंगे, ताकि दर्शक कहीं से भी प्रतियोगिता का लाइव रोमांच देख सकें.
ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल होगा, जिससे खेल की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके और परिणाम सटीक व पारदर्शी रहें.
निर्णायक मंडल में उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अधिकारी और राष्ट्रीय स्तर के अनुभवी निर्णायक मौजूद रहेंगे.
जल्द जारी होगा शुभंकर
खेल को और आकर्षक बनाने के लिए प्रतियोगिता का शुभंकर (Mascot) भी जारी किया जाएगा. यह बच्चों और दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेगा और प्रतियोगिता की पहचान होगा.
बैठक में अधिकारी रहे मौजूद
तैयारियों की बैठक में जिला ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष डॉ. ए.के. सिंह, खेल विभाग के उप क्रीड़ा अधिकारी डॉ. मंजूर आलम अंसारी और अकरम महमूद मौजूद रहे. सभी अधिकारियों ने भरोसा जताया कि वाराणसी में होने वाला यह आयोजन न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए ऐतिहासिक साबित होगा बल्कि शहर को खेलों के नक्शे पर नई पहचान दिलाएगा.
क्रिकेट में भी तैयारी तेज
खेलों का जोश केवल तीरंदाजी तक सीमित नहीं है. वाराणसी मंडल की क्रिकेट टीम भी तैयारी में जुटी है. आगामी 13 से 19 अक्टूबर तक आजमगढ़ में होने वाली राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता में मंडल की टीम हिस्सा लेगी. इसके लिए खिलाड़ियों का चयन 10 अक्टूबर को सुबह 9 बजे, सिगरा स्टेडियम में किया जाएगा.आरएसओ विमला सिंह ने बताया कि ट्रायल पूरी तरह पारदर्शी तरीके से होंगे और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका मिलेगा.
वाराणसी की नई पहचान
वाराणसी को अब केवल अध्यात्म और संस्कृति के केंद्र के रूप में नहीं, बल्कि खेलों की नई राजधानी के रूप में भी देखा जाने लगा है. हाल के वर्षों में यहां खेल सुविधाओं में लगातार वृद्धि हुई है और राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों का सिलसिला शुरू हुआ है. तीरंदाजी की इस प्रतियोगिता से न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि वाराणसी देशभर के उभरते खिलाड़ियों का गवाह भी बनेगा.यह आयोजन वाराणसी के लिए मील का पत्थर साबित होगा, जहां इतिहास, अध्यात्म और अब खेल भी एक नई गाथा लिखेंगे.





