
वाराणसीः गांव संग शहर में घूम-घूमकर बंद पड़े मकान या कम लोगों के रहने वाले आवास को निशाना बनाकर चोरी करने वाले घूमंतू गिरोह के दो शातिर चोरों को कपसेठी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. चोरों के पास 1.52 लाख नकदी समेत चोरी किए गए कई तरह के जेवरात संग दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. बरामद जेवरात का मूल्य लगभग ढाई लाख रुपये आंका गया है.

गोमती जोन के डीसीपी ने दी जानकारी
उक्त जानकारी गोमती जोन के डीसीपी आकाश पटेल ने शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्त में आए चोरों के कुछ साथियों के नाम पूछताछ में सामने आए हैं जिनकी तलाश सरगर्मी से की जा रही है. पकड़े गए चोर भदोही जनपद के मूल निवासी हैं जो स्थान बदल-बदल कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे.
इस तरह गिरफ्त में आए चोर
डीसीपी के अनुसार पिछले माह 29 अगस्त की रात कपसेठी के सरावां गांव में चोरों के गिरोह ने एक व्यक्ति के यहां सेंध लगाकर लाखों का सामान उड़ाया था जिसमें काफी नकदी भी थी. उस घटना के बाद मौके पर फारेसिंक टीम समेत डाग स्कायवड को बुलाया गया था. छानबीन में मिली जानकारी के आधार पर चोरों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था. इस टीम को सुबह सूचना मिली कि उक्त चोरी की घटना में शामिल दो चोर बाहरी नाला पुलिया के पास अपने साथियों का इंतजार कर रहे हैं. तत्काल ही पुलिस टीम घेराबंदी कर मौके पर पहुंच इन दोनों को दबोच लिया.

चोरी के बाद रुपयों का किया था बंदरबाट
पूछताछ में इन दोनों चोर ने स्वीकार कि उक्त चोरी की घटना को अंजाम इन्होंने दो अन्य साथियों संग अंजाम दिया था. चोरी के बाद मिले रूपयों में से 50 हजार इन्होंने दो साथियों को दे दिया था. इन्होंने बताया कि चोरी का माल इन्होंने छिपा रखा है जिसे पुलिस ने इनकी निशानदेही पर बरामद कर लिया. इन्होंन बताया कि वे वाराणसी, जौनपुर और आसपास के जिलों में चोरी की कई घटनाओं अंजाम दे चुके हैं.
पुलिस की निगाह से बचने के लिए करते थे ये काम
चोरों के अनुसार वे चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद मिले माल व रुपयों को किसी के घर में या किसी सुरक्षित स्थानों पर छिपा देते थे. इसके बाद वे सामान्य ढंग से रहते थे जिससे उनपर किसी को शक न हो. इसके अलावा अलग अलग जनपदों में घूमकर चोरी करने के बाद रेलवे स्टेशन और फुटपाथ पर डेरा डाल देते थे. वे मुख्य मार्ग से जाने सवारी वाहन में सफर नहींम करते थे. उन्हें डर रहता था वे सीसीटीवी कैमरा की नजर में आ सकते हैं या पहचाने जा सकते हैं. इसके अलावा वे मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते थे जिससे उनका लोकेशन किसी को मिल सके. इन चोरों के बताए जाने पर गिरोह के तीन सदस्यों को जौनपुर पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.




