वाराणसी : लंका थाना क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है. बिहार की रहने वाली नवविवाहिता ने अपने पति समेत ससुराल के आठ लोगों पर 10 लाख रुपये दहेज की मांग, मारपीट, गाली-गलौज और शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है. साथ में यह भी कहा कि दहेज न मिलने पर पति की दूसरी शादी कर दी जाएगी. पीड़िता प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद लंका पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
विवाह के बाद बढ़ी मुश्किलें
पीड़िता के अनुसार उसका विवाह 23 अप्रैल 2024 को सतेन्द्र कुशवाहा से वाराणसी के नान कोचिंग क्लब, बीएचयू, छित्तुपुर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ था. शादी के अगले ही दिन वह अपने पति के साथ ससुराल बिहार चली गई. आरोप है कि विवाह के कुछ ही दिनों बाद पति, सास, ससुर और ननदों ने मिलकर 10 लाख रुपये दहेज की मांग शुरू कर दी. असमर्थता जताने पर उसके साथ लगातार मारपीट और गाली-गलौज की जाने लगी.
पति का धमकी भरा बयान
नवविवाहिता ने बताया कि 7 फरवरी 2025 को उसका पति सतेन्द्र कुशवाहा उसके गहने और कपड़े ससुराल में ही रख जबरन उसे मायके छोड़ गया .जाते समय उसने धमकी दी कि वह मध्य प्रदेश में बिल्डर है और पहले से ही उसका एक महिला से संबंध है. अगर एक माह के भीतर 10 लाख रुपये दहेज नहीं दिए गए तो वह उस महिला से विवाह कर लेगा. पीड़िता का आरोप है कि इस पूरे मामले में उसका पति अकेला नहीं, बल्कि पूरा ससुराल पक्ष उसके खिलाफ खड़ा है.
मायके वालों की व्यथा
पीड़िता ने बताया कि उसके पिता चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं. उन्होंने अपनी सामर्थ्य के अनुसार नगद राशि और विवाह में आवश्यक सामान पहले ही दे दिया था, लेकिन इसके बावजूद ससुराल पक्ष की मांगें बढ़ती ही चली गईं. अब इस स्थिति में उसके परिवार पर आर्थिक और मानसिक दोनों तरह का दबाव बढ़ गया है.
पुलिस की कार्रवाई
लंका थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यह मामला न सिर्फ दहेज प्रथा की भयावह तस्वीर को सामने लाता है बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह सामाजिक बुराई आज भी नवविवाहिताओं की जिंदगी को प्रभावित कर रही है.