वाराणसी: काशी सहित पूरे पूर्वांचल की बिजली आपूर्ति को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है . पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) और स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क (स्काडा) के तहत चल रहे कार्यों के साथ अब वर्ष 2025-26 का नया बिजनेस प्लान भी मंजूर हो गया है .
इस योजना के तहत वाराणसी जिले में 25.32 करोड़ रुपये की लागत से 65 कार्य कराए जाएंगे . इनमें 33 केवी की 5 नई लाइनें और 11 केवी की 16 लाइनें शामिल हैं . इसके अलावा करीब 7.38 करोड़ रुपये विद्युत सुरक्षा कार्यों पर खर्च किए जाएंगे . अधिकारियों का मानना है कि इन प्रयासों के बाद आने वाले वर्षों में बिजली आपूर्ति और भी सुचारु हो जाएगी .
21 जिलों में खर्च होंगे 824 करोड़ रुपये
इसी बिजनेस प्लान के अंतर्गत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) से जुड़े 21 जिलों में करीब 824 करोड़ रुपये की परियोजनाएं लागू होंगी . पावर कॉरपोरेशन ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है . वाराणसी प्रथम जोन से भेजे गए प्रस्ताव में 65 कार्य शामिल हैं .
सुरक्षा इंतज़ाम होंगे बेहतरः मुख्य अभियंता
इस संबंध में मुख्य अभियंता राकेश कुमार पांडेय ने बताया कि इन कार्यों के तहत नई लाइनें डाली जाएंगी और सुरक्षा इंतज़ाम भी बेहतर होंगे . वहीं, अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी कि पन्नालाल पार्क उपकेंद्र से 3.5 किलोमीटर लंबे तार बदले जाएंगे और कैंट से कोईलहवा उपकेंद्र तक 2 किलोमीटर नई 33 केवी लाइन डाली जाएगी . इसके अलावा 11 केवी की तीन नई लाइनें भी तैयार होंगी .
बिजली कटौती और वोल्टेज की समस्या से मिलेगा छुटकारा
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (तकनीक) जितेंद्र नलवाया के अनुसार, बिजनेस प्लान 2025-26 के तहत पूरे पूर्वांचल में लगभग 9,995 कार्य पूरे किए जाएंगे . उन्होंने कहा कि जल्द ही इन पर काम शुरू होगा, जिससे आने वाले समय में गर्मियों के दौरान बिजली कटौती और वोल्टेज की समस्या से लोगों को काफी राहत मिलेगी .