Kathua: जम्मू- कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद अब कठुआ में बादल फटने की खबर है. मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रविवार (17 अगस्त) को कठुआ जिले के जोड़ इलाके में बादल फटने से भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है. मलबे की चपेट में कई घर आ गए हैं. अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है.
राजबाग क्षेत्र में स्थित स्थानीय पुलिस स्टेशन, रेलवे ट्रैक और राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा भी इस तबाही की चपेट में आ गया है. जंगलोट और उसके आसपास के इलाकों में कई सड़कों पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है. यात्री और ड्राइवर अपनी गाड़ियों के साथ घंटों तक मलबे और पानी में फंसे रहे.
कठुआ थाना क्षेत्र के बगड़ और चंगड़ा गांवों के अलावा लखनपुर के दिलवां-हुटली इलाकों में भी भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. हालांकि, यहां किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लोग डरे हुए हैं और लगातार हो रही बारिश से स्थिति और खराब हो रही है.
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और जलाशयों के पास न जाएं, क्योंकि उझ नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है. अधिकांश जलाशयों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे अगले कुछ घंटों में स्थिति और बिगड़ सकती है.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को प्रशासन को बादल फटने और भूस्खलन प्रभावित कठुआ जिले में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत, बचाव और निकासी उपाय करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने भूस्खलन से हुई दुखद जनहानि और क्षति पर दुख व्यक्त किया है. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया.