
वाराणसी - मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस पूजा-अर्चना के माध्यम से मुख्यमंत्री ने धार्मिक आस्था को भी प्रकट किया और वाराणसी की सांस्कृतिक धरोहर को सराहा. उन्होंने कहा कि वाराणसी का महत्व केवल धार्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यधिक है. इस अवसर पर उन्होंने पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के संबंध में कहा कि वह युवा और योग्य हैं, और उनसे उम्मीद है कि वह पार्टी को नई ऊर्जा प्रदान करेंगे.
मुख्यमंत्री ने जौनपुर सदर विधानसभा से विधायक और प्रदेश सरकार में खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव के पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया. सीएम मोहन यादव ने इस दौरान पत्रकारों से बातचीत की और बाबा दरबार आने की वजह के साथ ही पार्टी को लेकर भी वार्ता की. उन्होंने कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में विकास कार्यों को गति देने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि नए नेतृत्व के साथ पार्टी और अधिक सफल होगी. इसके पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के काशी आगमन पर बनारस एयरपोर्ट पर पार्टी पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखने को मिला.
एयरपोर्ट से निकलने के बाद, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में संगठनात्मक विषयों, आगामी राजनीतिक कार्यक्रमों, क्षेत्रीय राजनीति, विकास से जुड़े मुद्दों और आपसी समन्वय पर चर्चा की गई. इसके बाद सीएम मोहन यादव ने काशी विश्वनाथ धाम में जाकर बाबा का आशीर्वाद लिया.
मंत्री के पिता के निधन पर जताया शोक
जौनपुर के करंजाकला ब्लॉक क्षेत्र स्थित समसपुर पनियरिया गांव में सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे. वह अपने निर्धारित समय से लगभग दो घंटे दस मिनट की देरी से गांव पहुंचे. आगमन के बाद मुख्यमंत्री सीधे उत्तर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव के पैतृक निवास पहुंचे, जहां उन्होंने उनके पिता स्वर्गीय सवधू यादव के चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
मुख्यमंत्री ने गिरीश चंद्र यादव की माता राजपति देवी यादव से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. इस दौरान उन्होंने परिजनों के साथ कुछ समय व्यतीत किया तथा शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. इसके बाद उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ लंच भी किया. इस अवसर पर पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वह महाकाल की धरती से आए हैं और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के उपरांत यहां पहुंचे हैं.




