वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने निर्णय लिया है कि अब विश्वविद्यालय संबद्ध कालेजों के विद्यार्थियों की उपाधियां अब सीधे उनके महाविद्यालयों को देगा. इसका उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को उपाधि लेने के लिए विश्वविद्यालय तक अनावश्यक दौड़ न लगानी पड़े.
पहले साल ही जमा कराया जाएगा उपाधि शुल्क
पिछले दिनों नौ कालेजों को सत्र 2022-23 व 2023-24 की उपाधियां सौंपी जा चुकी हैं. अब प्रस्ताव है कि विद्यार्थियों से पहले साल ही उपाधि शुल्क जमा कराया जाएगा, ताकि अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण होने पर अंकपत्र के साथ उपाधियां तैयार कर दी जाएं.दीक्षा समारोह के बाद ये उपाधियां कालेजों को सौंप दी जाएंगी.
हजारों परीक्षार्थियों को मिलेगी राहत
कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया था कि दीक्षा समारोह के बाद उपाधियां विद्यार्थियों के घर भेजी जाएं. लेकिन शुल्क संबंधी पेच के कारण यह संभव नहीं हो पाया.काशी विद्यापीठ के इस फैसले से एक लाख से अधिक परीक्षार्थियों को राहत मिलने की संभावना है