वाराणसीः राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) का प्रदेश अधिवेशन रविवार की सुबह 9 बजे रेलवे ऑडिटोरियम, लहरतारा में आयोजित किया गया है. इसका उद्देश्य संगठित और असंगठित क्षेत्र के कामगारों की समस्याओं को शासन और सरकार तक पहुंचाना है. इस अधिवेशन में देशभर से श्रमिक भाग लेंगे. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री व सांसद तारिक अनवर और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी उपस्थित रहे.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. जी. संजीवा रेड्डी तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश इंटक के अध्यक्ष अशोक सिंह ने होटल ताज में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि सरकार परमानेंट जॉब खत्म कर रही है और कांट्रेक्ट आधारित नौकरियों को बढ़ावा दे रही है, जिसका यूनियन विरोध करता है. अधिवेशन में इसी मुद्दे पर चर्चा होगी और कामगारों की मांगें सरकार तक पहुंचाई जाएंगी. यदि सुनवाई नहीं हुई, तो आंदोलन करने की योजना है.
इंटक के उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि सरकार को निजीकरण रोकना चाहिए. चीनी उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए राष्ट्रीय नीति बनानी चाहिए, ठेका प्रथा बंद करनी चाहिए, समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करना चाहिए और श्रम कानूनों का सख्ती से पालन होना चाहिए. इसके साथ ही चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने की भी मांग है. इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल श्रीवास्तव और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.