वाराणसी: रामनगर थाना क्षेत्र के गोलाघाट वार्ड में पिछले शुक्रवार को हुए पड़ोसियों के बीच विवाद में घायल 26 वर्षीय चंदन चौहान की मंगलवार को सुबह बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई. खबर मिलते ही पूरे मोहल्ले में आक्रोश फैल गया.सैकड़ों लोग, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, रामनगर थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गए , गुस्से में मोहल्ले के लोग और मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग की और साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.
कुएं पर सामान रखने को लेकर हुआ था विवाद
गोलाघाट वार्ड में शुक्रवार को पड़ोसियों के बीच कुएं पर सामान रखने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. गाली-गलौज से शुरू हुई कहासुनी धीरे-धीरे मारपीट में बदल गई. परिजनों का आरोप है कि विपक्षी पक्ष ने बैट और डंडों से चंदन पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. बीच-बचाव करने पहुंची उसकी मां और पत्नी को भी नहीं बख्शा गया और उन्हें भी पीटा गया.
घटना के बाद घायल चंदन को गंभीर हालत में बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया गया था, जहां चार दिनों तक चले इलाज के बाद मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई.
थाने पर हंगामा, गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग
चंदन की मौत की खबर मिलते ही परिजन और मोहल्ले के लोग रामनगर थाने पहुंचे. वहां उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। धरने पर बैठे परिजनों ने मांग की कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. उनका आरोप था कि मुख्य आरोपी रामभवन और उसके बेटे प्रभात की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन अन्य आरोपी पुनीत, सुमित और रोहन अभी भी फरार हैं. परिजनों ने यह भी मांग की कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए और बच्चों की पढ़ाई मुफ्त कराई जाए. उनका कहना था कि चंदन परिवार का इकलौता कमाने वाला था और उसकी मौत से परिवार की आर्थिक स्थिति संकट में आ गई है.
पुलिस और प्रशासन के समझाने के बावजूद अड़े रहे परिजन
धरने की सूचना पर एसीपी प्रज्ञा पाठक और सिटी मजिस्ट्रेट हरिशंकर सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की और मुआवजे का आश्वासन भी दिया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे.
विधायक के हस्तक्षेप से शांत हुआ मामला
बाद में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की. उन्होंने आश्वासन दिया कि मृतक के परिवार को शासन स्तर से मदद दिलाने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से राहत राशि जल्द उपलब्ध कराई जाएगी और मृतक की पत्नी व बच्चों की मदद के लिए पत्र भेजा गया है. विधायक के आश्वासन के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया.