वाराणसीः नगर निगम, वाराणसी देश में पूणे के बाद उत्तर प्रदेश के पहले शहर में शुक्रवार को शामिल हो गया जहां एआई (आर्टिफिशियल इन्टलीजेंस) से सुसज्जित वैन सड़कों पर दौड़ेगी और यह नगर नियम की आय बढ़ाने का अच्छा श्रोत बनेगी. एआई वैन उपयोग फिलहाल विज्ञापन विभाग करेगी जो शहर भर में अवैध विज्ञापनों को चिन्हित करेगा जिससे बिना टैक्स दिए इनको लगाने वालों के खिलाफ जुर्माना वसूला जाएगा.
उक्त बातें शुक्रवार को बनारस के महापौर अशोक कुमार तिवारी ने कही. इसके पूर्व महापौर ने सिगरा स्थित रूद्राक्ष कन्वेन्शन सेन्टर में एआई (आर्टिफिशियल इन्टलीजेन्ट) से सुसज्जित वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
प्रतिमाह लाखों रूपये का मिलेगा राजस्व
एआई वैन के माध्यम से शहर में अवैध लगने वाले विज्ञापनों पर रोक लगेगी जो प्रतिमाह लाखों रूपये की राजस्व चोरी का कारण बनते हैं. इस कार्य के लिए स्काईसाइन नामक संस्था का चयन किया गया है जिसके सीईओ अमित विक्रम ओझा हैं. ओझा द्वारा बनाया गया यह वैन तकनीकी रूप से लैस है. यह वैन पूरे शहर का भ्रमण कर जगह-जगह लगे विज्ञापन का सर्वे करेगा. इन विज्ञापनों को सेन्सर के माध्यम से शहर में विज्ञापनों का डाटा इकट्ठा कर उसे कम्प्यूटर पर दर्ज कर मिलान किया जाएगा कि कौन सा विज्ञापन नगर निगम द्वारा अधिकृत है तथा कौन सा विज्ञापन बिना राजस्व दिए लगाया गया है.
तीन माह में होगा पूरे शहर का सर्वे
तकनीकी उपकरणों से लैस इस एआई वाहन से तीन माह में पूरे शहर का सर्वे कार्य कराकर अवैध विज्ञापनों को चिन्हित किया जायेगा. इस दौरान नगर नियम के डाटा के आधार पर अनाधिकृत लगे विज्ञापनों को चिन्हित कर इनके लगाने वालों से भारी जुर्माना वसूल किया जायेगा, जिससे नगर निगम की आय में काफी बढ़ोत्तरी होगी. इस वाहन के जरिए अवैध रूप से और मानक के विपरीत लगाए गए विज्ञापनों पर नकेल कसी जाएगी. इस वाहन के ऊपर एक AI कैमरा लगाया गया है जो कुछ ही सेकेंड में इन विज्ञापनों और होर्डिंग को डिटेक्ट कर उसकी लम्बाई चौडाई और समय की अवधि को डिटेक्ट कर लेगी और मानक के अनुरूप नहीं मिलने पर सम्बंधित संस्था का उसी समय ऑनलाइन चालान कट जाएगा.