
वाराणसी: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत कार्यरत भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR), वाराणसी के वैज्ञानिक डॉ. अनुराग चौरसिया को देश की नीतियों के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए "Honour of Ashoka Award 2025" से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान "Charls Walter Council of Innovation & Research" और "Association of Indian Bureaucrats" द्वारा आयोजित एक संयुक्त समारोह में इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में प्रदान किया गया. इस अवसर पर भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और देश के 13 उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश भी उपस्थित थे।

ज्यूरी ने की इनके योगदान की सराहना
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए ज्यूरी में शामिल गणमान्य व्यक्तियों ने अनुराग चौरसिया के भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy), विज्ञान नीति (Science Policy) और जीन संशोधित फसलों (GMO Policy) के निर्माण में किए गए योगदान की सराहना की. गौरतलब है कि डॉ. चौरसिया के शोध लेख दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित विज्ञान पत्रिका ‘Nature’ में प्रकाशित हो चुके हैं, जिन्हें वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रशंसा प्राप्त हुई. उनके लेखों ने भारत की नीति निर्माण प्रक्रिया में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मज़बूती दी है।
पूर्व में भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों ने दिया था प्रशंसा-पत्र
उल्लेखनीय है कि देश की पॉलिसी निर्माण में सहायता मिलने पर भारत रत्न डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन और डॉ. कस्तूरीरंगन ने भी डॉ. चौरसिया को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा-पत्र (Appreciation Letter) प्रदान किया था.
इनकी रही विशेष उपस्थिति
इस समारोह में देश के विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ सचिवों और उच्च पदस्थ अधिकारियों को भी "Honour of Ashoka Award" से सम्मानित किया गया. पूर्व राज्यपाल तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र ने यह अवार्ड अनुराग चौरसिया के देश के पॉलिसी जैसे की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी साइंस पॉलिसी GMO पॉलिसी के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करते हुए दिया. जजिंग कमेटी में 13 हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस तीनों आर्मी के प्रमुख शामिल हैं.




