
वाराणसी: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर देशभर में कई तरह की पहलें होती रही हैं, लेकिन इस बार वाराणसी की छात्राओं ने एक ऐसा अनोखा कदम उठाया है, जो हर किसी को हैरान कर रहा है. लोहता स्थित एक निजी स्कूल की कक्षा 9 की छात्राओं ने "मोदी रिंग" नामक खास सुरक्षा रिंग तैयार की है. यह रिंग न सिर्फ आपात स्थिति में मददगार साबित होगी बल्कि महिलाओं के लिए एक सशक्त "सुरक्षा कवच" का काम करेगी.

पीएम मोदी से मिली प्रेरणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों और ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरणा लेते हुए छात्राओं ने इस रिंग का डिजाइन तैयार किया. खास बात यह है कि इसे बनाने में महज 30 दिन का समय और करीब 5,000 रुपये का खर्च आया.

कैसे काम करती है "मोदी रिंग"?
इस रिंग में एक छोटा-सा बटन लगाया गया है. जैसे ही किसी खतरे की स्थिति में महिला इस बटन को दबाएगी, तुरंत ही पांच मोबाइल नंबरों पर एक साथ कॉल जाएगी और लोकेशन भी शेयर हो जाएगी। यानी परिवार और करीबी लोग तुरंत जान जाएंगे कि मदद की जरूरत कहां है. इतना ही नहीं, रिंग में आत्मरक्षा के लिए एक और खास फीचर जोड़ा गया है. जरूरत पड़ने पर यह रिंग हल्का करंट का झटका देती है, जिससे सामने वाला व्यक्ति कुछ सेकंड के लिए असहज हो जाएगा और महिला को बच निकलने का मौका मिल सकेगा.

छात्राओं का उत्साह
रिंग बनाने वाली छात्रा जीविका मौर्य का कहना है –
"हमने यह रिंग खासतौर पर महिलाओं और किशोरियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयार की है. कई बार खतरे की स्थिति में तुरंत मदद नहीं मिल पाती, ऐसे समय में यह रिंग जीवनरक्षक साबित होगी."
वहीं, एक अन्य छात्रा श्रेया ने बताया-
"प्रधानमंत्री मोदी जी के महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण से हमें बहुत प्रेरणा मिली। हम चाहते हैं कि देश की हर बेटी सुरक्षित महसूस करे."
शिक्षकों का सहयोग
स्कूल के एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. सुजय चक्रवर्ती ने छात्राओं की इस पहल की जमकर सराहना की.
उन्होंने कहा –
"आज की पीढ़ी न सिर्फ पढ़ाई में बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी आगे बढ़ रही है. यह रिंग साबित करती है कि अगर अवसर और सही दिशा मिले तो बच्चे बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं."
"योगी रिंग" भी जल्द
"मोदी रिंग" की सफलता से उत्साहित छात्राएं अब एक और नए प्रयोग पर काम कर रही हैं. वे "योगी रिंग" बनाने की तैयारी कर रही हैं, जिसमें सुरक्षा के साथ और भी एडवांस तकनीक जोड़ी जाएगी. वाराणसी की इन होनहार बेटियों की पहल इस बात का प्रमाण है कि नई पीढ़ी सिर्फ सपने नहीं देख रही, बल्कि उन सपनों को साकार कर समाज में बदलाव लाने की दिशा में ठोस कदम भी उठा रही है."मोदी रिंग" आने वाले समय में महिलाओं की सुरक्षा का भरोसेमंद साथी बन सकती है.





