वाराणसी - ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की मुख्य सुविधा बने India Mark Handpumps की अब व्यापक जांच की जाएगी. जल निगम और संबंधित विभागों की टीमों को इस कार्य के लिए लगाया गया है . शिकायतें मिल रही थीं कि कई जगहों पर हैंडपंप या तो खराब पड़े हैं या फिर उनमें से पानी खारा और दूषित निकल रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. सरकार ने तय किया है कि अब सभी पुराने और नए हैंडपंपों की तकनीकी जांच की जाएगी और खराब पाए जाने पर तुरंत मरम्मत कराई जाएगी.
हैंडपंपों से जुड़ी समस्याओं पर होगी कार्रवाई
गांवों में लगाए गए India Mark Handpumps लंबे समय से पानी उपलब्ध कराने का एक भरोसेमंद साधन रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में इनमें गड़बड़ियां बढ़ी हैं . कहीं पाइप जंग खा गए हैं, तो कहीं पंपिंग सिस्टम ढीला पड़ गया है . कई स्थानों से आर्सेनिक और आयरन की मात्रा अधिक होने की भी शिकायतें आई हैं . स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि दूषित पानी का सेवन बीमारियों को जन्म दे सकता है . इसी कारण विभाग अब पानी की गुणवत्ता की जांच के साथ-साथ मशीनों की फिटनेस रिपोर्ट भी तैयार करेगा .
ग्रामीणों को मिलेगी राहत
जांच अभियान के बाद हैंडपंपों की मरम्मत, पुनःखुदाई या नए पंप लगाए जाने की योजना है . सरकार का दावा है कि किसी भी गांव को पेयजल संकट से जूझने नहीं दिया जाएगा . कार्य पूरा होने पर ग्रामीणों को साफ और सुरक्षित पानी मिल सकेगा, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी कमी आएगी . यह कदम ग्रामीण इलाकों में पेयजल व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा .