वाराणसी : प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सरकार ने एक अहम कदम उठाया है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि अब राज्य के अस्पतालों में मरीजों की राय और शिकायतों को दर्ज करने के लिए रोगी फीडबैक सिस्टम लागू किया जाएगा. इस व्यवस्था के तहत अस्पतालों में विशेष मशीनें लगाई जा रही हैं. जिनके जरिए मरीज अपनी संतुष्टि, सुझाव या समस्याओं की जानकारी सीधे सिस्टम में दर्ज कर सकेंगे.
फिलहाल प्रदेश के 54 सरकारी अस्पतालों में ये मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं. डिप्टी सीएम पाठक ने कहा कि मरीजों का अनुभव स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का सबसे बड़ा आधार है. मरीजों के सुझाव और शिकायतें न केवल अस्पताल प्रबंधन तक पहुंचेंगी बल्कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी इसकी निगरानी का अवसर मिलेगा. इस तरह किसी भी प्रकार की लापरवाही या समस्या का समाधान तेजी से किया जा सकेगा.
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डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकार लगातार यह सुनिश्चित करने के प्रयास में है कि आम जनता को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं मिलें. इसी क्रम में विशेष रूप से मूक-बधिर मरीजों के लिए भी महत्वपूर्ण पहल की गई है. अब प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में उनकी जांच और परामर्श पूरी तरह निःशुल्क होगी. इसके लिए अस्पतालों में जरूरी तकनीकी और चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
डिप्टी सीएम पाठक ने कहा कि योगी सरकार का उद्देश्य है कि हर वर्ग तक स्वास्थ्य सुविधाएं बिना किसी भेदभाव के पहुंचे . नई तकनीक और आधुनिक मशीनों के इस्तेमाल से मरीजों की समस्याओं को समझना और हल करना पहले से आसान होगा . इस प्रणाली के लागू होने से प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे में पारदर्शिता जवाबदेही और मरीजों की संतुष्टि को एक नई दिशा मिलेगी .