
वाराणसी - पूर्वांचल की सबसे बडी सप्तसागर दवामंडी में बुधवार को पुलिस कमिश्नरेट द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने अचानक छापेमारी की जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. एसआईटी का नेतृत्व कर रहे सरवणन टी की अगुवाई में पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम सप्तसागर पहुंची और तमाम मेडिकल फर्मों की गहनता से जांच शुरू की.
इस दौरान टीम ने लाइसेंस, बिलिंग प्रणाली, दवाओं के भंडारण, एक्सपायरी स्टॉक, तथा प्रतिबंधित/अवैध दवाओं की उपलब्धता का विस्तृत जायजा लिया. कई दुकानों के रजिस्टर अधूरे पाए गए, जबकि कुछ फर्में दस्तावेज दिखाने में आनाकानी करती नजर आईं. हालांकि शुरुआती छानबीन में अभी तक कोई बड़ी अनियमितता सामने नहीं आई है.
एसआईटी ने दवा कारोबारियों को वैध लाइसेंस प्रदर्शित करने के निर्देश दिए. कहा कि सभी दवा लेन-देन बिलिंग के साथ करें, रिकॉर्ड संधारण पूरी तरह अद्यतन रखें और दवा नियंत्रण विभाग के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें.

मेडिकल फर्मों का किया सत्यापन
पुलिस ट्रीम ने साफ किया कि अवैध नशीली दवाओं की बिक्री या बिना बिल लेन-देन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट से जुड़े एक केस के बाद इस टीम का गठन किया गया है. मेडिकल फर्मों के दस्तावेज व स्टॉक का सत्यापन किया जा रहा है ताकि क्षेत्र में दवा विक्रय को पारदर्शी, सुरक्षित और पूरी तरह नियमबद्ध बनाया जा सके. मौके पर एसीपी कोतवाली शुभम सिंह (सदस्य, SIT), कोतवाली थाना प्रभारी, दरोगा अंकित कुमार सिंह, विजय यादव सहित पुलिसकर्मी मौजूद रहे. बता दें कि प्रतिबंधित कफ सिरप मामले की जांच में जैसे जैसे प्रगति हो रही है नित नए खुलासे भी हो रहे हैं. अइस मामले के मुख्य आरोपित शुभम जायसवाल और उसके पिता की तलाश तेजी से की जा रही है, हालांकि अभी तक उनका सुराग नहीं मिल सका है.

शुभम के खास पार्टनर अमित सिंह टाटा पर शिकंजा
प्रतिबंधित कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध सप्लाई करने वाले सक्रिय सिंडिकेट पर स्पेशल टास्क फोर्स ने शुभम जायसवाल के खार्स पार्टनर अमित सिंह टाटा पर और उसके पिता भी शिकंजा कसना शुरू किया है. समाचार एजेंसियों के मुताबिक अति सिंह टाटा काे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. ताकि पूरे सप्लाई नेटवर्क और उससे जुड़े अन्य लोगों का खुलासा किया जा सके. जांच में सामने आया है कि अमित सिंह टाटा झारखंड की एक मेडिसिन फर्म के माध्यम से बड़े पैमाने पर कोडीन कफ सिरप की सप्लाई करता था. वह न सिर्फ यूपी और आसपास के राज्यों में, बल्कि बांग्लादेश और नेपाल तक प्रतिबंधित दवा भेज चुका है. उसके इस अवैध कारोबार के तार कई राज्यों में फैले होने के संकेत मिले हैं. एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, अमित सिंह से हो रही पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है.




