वाराणसी: पूर्वी उत्तर प्रदेश और बनारस के रेल यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है. वाराणसी कैंट जंक्शन और पं. दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) जंक्शन के बीच 15.7 किमी की डबल रेल लाइनें बिछाई जाएंगी.जिससे आधे घंटे में यह दूरी तय होगी जिससे समय की बचत होगी. रेलवे बोर्ड ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 1052 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है. अधिकारियों के अनुसार एक–दो माह में काम जमीन पर नजर आने लगेगा.
रफ्तार को मिलेगी नई दिशा
बता दें कि वाराणसी कैंट और पीडीडीयू के बीच की दूरी करीब 15.7 किमी है. फिलहाल यहां केवल दो रेल लाइनें हैं, जिन पर बढ़ते रेल ट्रैफिक के कारण लगातार जाम की स्थिति बनती रहती है. राजघाट के पुराने पुल और ट्रैक पर मौजूद तीखे मोड़ ट्रेनों के लिए बड़ी चुनौती बन जाते हैं. यही कारण है कि कोलकाता, पटना और रांची जैसी प्रमुख ट्रेनों की रफ्तार यहां धीमी हो जाती है. इस नई डबल लाइन बन जाने के बाद ट्रेनें बिना रुकावट पूरी रफ्तार से दौड़ पाएंगी और यह दूरी महज 30 मिनट में तय की जा सकेगी.
बढ़ेगी कनेक्टिविटी, मिलेंगे नए विकल्प
नई लाइन से पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड से आने-जाने वाली ट्रेनों की कनेक्टिविटी और समयबद्धता में सुधार होगा. रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि इस परियोजना से नई ट्रेनों को शुरू करने के भी रास्ते खुलेंगे. अपर रेल मंडल प्रबंधक बृजेश यादव का कहना है कि “डबल लाइन बिछने से न केवल ट्रेनों की समयबद्धता सुधरेगी बल्कि नई गाड़ियों के परिचालन की संभावनाएं भी बलवती होंगी".
मालगाड़ियों को भी मिलेगा फायदा
इस परियोजना से केवल यात्री ही नहीं, बल्कि मालगाड़ियां भी लाभान्वित होंगी. वर्तमान में समर्पित माल ढुलाई गलियारा (DFC) लखनऊ-वाराणसी मार्ग से नहीं गुजरता, जिसकी वजह से मालगाड़ियों को लंबे रास्ते तय करने पड़ते हैं. नई लाइन से वाराणसी के रास्ते मालगाड़ियां आसानी से DFC तक पहुंच सकेंगी.इससे रेलवे की आमदनी बढ़ेगी और आर्थिकी को मजबूती मिलेगी.
रोजाना रेल यात्रियों को भी राहत
वाराणसी और मुगलसराय (पीडीडीयू) के बीच हर दिन लगभग एक लाख लोग यात्रा करते हैं.फिलहाल यह सफर सड़क मार्ग से ऑटो में 40 मिनट में पूरा होता है, लेकिन इसमें किराया ज्यादा और आराम कम होता है. रेलवे का लक्ष्य है कि डबल लाइन बनने के बाद लोकल ट्रेनें कम किराया और सुविधाजनक सफर का विकल्प बनें. इससे लोगों का झुकाव रेलवे की ओर बढ़ेगा.
अन्य परियोजनाओं को भी मिल रहा बल
इससे पहले सरकार मालवीय पुल निर्माण के लिए 1412 करोड़ रुपये का बजट जारी कर चुकी है. अब डबल लाइन परियोजना के जुड़ने से काशी और आसपास के इलाकों की रेल कनेक्टिविटी और मजबूत होगी. यह परियोजना पूरी होने के बाद वाराणसी कैंट से पीडीडीयू जंक्शन के बीच यात्रा और तेज़, आरामदायक और सुरक्षित हो जाएगी, साथ ही स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी.