वाराणसी: उत्तरप्रदेश में किसानों को समय पर खाद और बीज न मिलने की समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी ने शनिवार को सदर तहसील में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए.
किसानों को खाद के लिए लगानी पड़ रही लंबी लाइन
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल ने आरोप लगाया कि योगी सरकार किसानों को समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है. हालात यह है कि प्रत्येक सरकारी खाद वितरण केंद्र (कोऑपरेटिव) पर महिला और पुरुष किसान बारिश में भीगते हुए 2 से 3 घंटे तक लंबी लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार झूठे वादों और जनता को गुमराह करने में ही माहिर है, लेकिन किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही.
धान की रोपाई प्रभावित, किसानों की आजीविका पर संकट
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने कहा कि इस समय धान की रोपाई का सीजन है और सरकार किसानों को समय से खाद-बीज उपलब्ध नहीं करा पा रही. इसका सीधा असर किसानों की आजीविका और फसल दोनों पर पड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार केवल उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है, जबकि किसान और छोटे व्यापारी बदहाल होते जा रहे हैं.
आम आदमी पार्टी की प्रमुख मांगें
1. किसानों को तत्काल पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाए.
2. खाद वितरण में हो रहे भारी भ्रष्टाचार और कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए तथा वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाया जाए.
3. संबंधित दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
4. खेती का मौसम चल रहा है और खाद की कमी के कारण धान की फसल बर्बाद हो रही है, इसलिए सरकार तुरंत किसानों को खाद उपलब्ध कराकर उन्हें राहत दे.
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रहे मौजूद
विरोध कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह,
वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपाध्यक्ष काशी प्रांत अब्दुल्ला खान, पूर्व प्रदेश सचिव देवकांत वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम पांडे, काशी प्रांत सचिव मनीष गुप्ता, प्रदेश महासचिव महिला प्रकोष्ठ रेखा जायसवाल, शारदा टंडन, आर.के.
उपाध्याय, गुलाब सिंह राठौड़, सरोज शर्मा, निलेश कुमार सिंह, जय किशन पटेल, विनोद कुमार कुशवाहा, विनोद कुमार महेंद्रु, राम मूरत विश्वकर्मा, सतीश पटेल, सक्षम सहगल सहित कई कार्यकर्ता एवं किसान उपस्थित रहे.