वाराणसी : मीरघाट स्थित माता विशालाक्षी का मंगलवार को जन्मोत्सव हरियाली श्रृंगार हुआ. 51 शक्तिपीठ में शामिल माता विशालाक्षी काशी में अनादि काल से अवस्थित हैं. श्रृंगार के साथ ही मंदिर में पूरे दिन भंडारा चलता रहा. शाम को बसंत पूजा के बाद रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ.
कब होता है श्रृंगार
भाद्र प्रद के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को माता का जन्मोत्सव हरियाली श्रृंगार होता है. इस बार यह पुनीत अवसर मंगलवार को आया है. सुबह से ही पूरे मंदिर परिसर को दोना, कामिनी, बेला, गुलाब के फूलों से आकर्षक रूप से सजाया गया था. साथ ही माता विशालाक्षी का भव्य और मनोहारी श्रृंगार किया गया.मध्यान्ह आरती के बाद भक्तों के लिए विशाल भंडारा प्रारंभ हुआ. हजारों की संख्या में भक्तों ने पूड़ी, सब्जी और बुंदिया प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया.
11 वैदिक विद्वानों ने संपन्न कराया वसंत पूजा
इसी क्रम में शाम को 11 वैदिक विद्वानों ने वसंत पूजा संपन्न कराया. महंत सुरेश तिवारी और राजनाथ तिवारी ने विद्वानों का अंगवस्त्रम और प्रसाद अर्पित कर सम्मान किया. तत्पश्चात गीतकार कन्हैया दुबे केडी की टीम का भजन संध्या प्रारंभ हुआ. साथी गीतकार शैलबाला, ओम तिवारी, स्नेहा अवस्थी, अरुण मिश्र गुंजन, बाल कलाकार यथार्थ दुबे, सुश्री पूजा समेत अन्य कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को भावविभोर कर दिया. रात्रि 12 बजे माता की महाआरती महंत सुरेश तिवारी ने किया. इस पूरे कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में अनिल तिवारी, विकास तिवारी, नितिन तिवारी, जतिन तिवारी का विशेष सहयोग रहा.