
Bengal SIR : बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण यानी (SIR ) कराने की तैयारी जोरों पर है. लेकिन इस SIR की तैयारी सिर्फ बिहार में ही नहीं देशभर में भी हो रही है. जहां बिहार के बाद से सबसे पहले नंबर पश्चिम बंगाल का है. जहां एसआईआर होना है. क्योंकि, राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बताया जा रहा है कि, दुर्गापूजा समाप्त होते ही 6 अक्टूबर के बाद से एसआईआर के शुरू होगा. जिसके लिए राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी यानी (सीईओ) कार्यलाय की तरफ से बंगाल में एसआईआर कराने की तैयारियों को अंतिम रूप भी दिया जा रहा है.

SIR कराने के सिलसिले में सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि, 2002 एसआईआर के डेटा को जनवरी 2025 की बंगाल की वोटर लिस्ट से मैच करने का काम जल्द ही पुरा करा लिया जाएगा. 2026 के बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. जिसके लिए कार्यालय ने इलेक्शन मैनपावर मैनेजमेंट सिस्टम (ईएमएमएस) 2.0 पोर्टल भी लांच कर दिया है. जिसका उपयोग चुनाव कर्मचारियों की भर्ती और प्रबंधन को आसान बनाने के लिए किया जाएगा.

इस पोर्टल के जरिए चुनाव से संबंधित कर्मचारियों का अपडेटेड रिकार्ड रखने में मदद मिलेगी, साथ ही नए कर्मचारियों को जोड़ सकेंगे या सेवानिवृत्त या किसी खास कारण से स्थानांतरित कर्मचारियों को हटाने का भी ये एक बड़ा माध्यम है. लॉन्च हुए 2.0 पोर्टल ने राज्य के चुनाव कर्मचारियों का डेटाबेस तैयार करना भी शुरू कर दिया है. लगभग 14,000 बूथ बढ़ने की उम्मीद है, ऐसे में अधिकारियों को बूथ लेवल आफिसरों के (बीएलओ) कमी होने की आशंका जताई जा रही है. इस समस्या से निपटारा करने के लिए कई चुनाव कर्मचारियों को पहले ही बीएलओ के रूप में नियुक्त भी कर दिया गया है.

वहीं सीईओ कार्यालय ने सरकारी कार्यालयों को अपने कर्मचारियों की जानकारी ईएमएमएस 2.0 पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया है. इन निर्देशों का पालन न करने पर उनके खिलाफ 1951 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी के मुताबिक, एसआइआर अभियान से पहले चुनाव आयोग का लक्ष्य चुनाव कर्मचारियों का एक व्यापक डेटाबेस बनाना और राज्य में उपलब्ध कर्मचारियों की सटीक संख्या का पता लगाने का कार्य है. ईएमएमएस 2.0 पोर्टल नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) और पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय की एक संयुक्त पहल है.




