वाराणसी: प्रदेश की योगी सरकार चिकित्सा व्यवस्था को प्राथमिकता में रखती है. बावजूद इसके अस्पतालों में ओपीडी खाली रहने की मिल रही शिकायतों की हकीकत जानने के लिए प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने सोमवार को राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय चौकाघाट का औचक निरीक्षण किया. मंत्री ने जब ओपीडी का हाल देखा तो पाया कि कुछ शिक्षक चिकित्सकों का चैंबर खाली हैं. यहां तक कि इस मेडिकल कालेज की प्राचार्या भी नदारद मिली. यह देख मंत्री जी के तेवर तल्ख हुए और उन्हेंने ड्यूटी से नदारद सभी चिकित्सकों शिक्षकों कर्मचारी के वेतन काटने का आदेश दिया. साथ ही सभी को कारण बताओ नोटिस जारी की जा रही है. यही नहीं उन्होंने यह भी जानकारी मांगी है कि कौन से ऐसे चिकित्याक हैं जो आयेदिन गायब रहते हैं.
चिकित्सा व्यवस्था में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त : दयालू
जानकारी के मुताबिक आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु जब राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय चौकाघाट पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मरीज तो अस्पताल मौजूद हैं परन्तु कई ओपीडी में डॉक्टर नहीं बैठे हैं. उनके अस्पताल पहुंचते ही वहां हड़कंप मच गया. उन्हेंने वहां मौजूद कर्मियों से जब प्राचार्या को बुलाने को कहा तो पता चला कि वह भी अपने चैंबर में नहीं हैं. हालांकि कर्मियों ने प्राचार्या को मंत्री के आने की सूचना दी तो वह करीब आधे घंटे बाद अस्पताल पहुंची. निरीक्षण के दौरान आयुष मंत्री ने बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति की भी जानकारी हासिल की और उपस्थिति पंजिका भी देखी. उन्होंने अनुपस्थित चिकित्सकों शिक्षकों तथा कर्मचारी के वेतन काटने के निर्देश दिये. इस दौरान वह पंचकर्म विभाग, दवा वितरण काउंटर के साथ ही वार्ड का भी निरीक्षण किया तथा अस्पताल की व्यवस्था के बाबत मरीजों व तीमारदारों से जानकारी हासिल की अस्पताल से निकल कर आयुष मंत्री फार्मेसी के चल रहे निर्माण कार्य का भी जायजा लिया और जल्द इसे पूरा करने का निर्देश दिया. आयुष मंत्री के तेवर की चर्चा आम रही. इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया.
चौबेपुर का पंचकर्म सेंटर भी होगा शुरू
छह माह में चौबेपुर का पंचकर्म सेंटर भी होगा शुरू: यहां के निरीक्षण के बाद आयुष मंत्री चौबेपुर में बन रहे पंचकर्म सेंटर के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया. उन्होंटने निर्देश दिया कि समयबद्ध व गुणवत्तापरक निर्माण कार्य करें. उन्होंने बताया कि करीब 6 महीने में यह सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा. जिसका लाभ पीएम के संसदीय क्षेत्र के अलावा पूरे पूर्वांचल के लोगों को मिलेगा. यह प्रदेश में अपने तरहका अनूठा केन्द्र होगा जहां हट में पंचकर्म चिकित्सा की जाएगी. यहां का वातावरण पूरी तरह प्रकृति के अनुकूल होगा.
सुधार नहीं हुआ तो और भी सख्त कदम उठायेंगे : दयालु
चिकित्सा व्यवस्था योगी सरकार को प्राथमिकता में हैं और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही के प्रति जिरो टालरेंस नीति अपनायी जा रही है. यह कार्यवाई तो एक बानगी है. अगर इसमें सुधार नहीं हुआ तो और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.