Sunday, 23 November 2025

बाल दिवस - शिक्षा के साथ खेल भी बच्चों का अधिकार हो : वल्लभाचार्य पाण्डेय

बाल दिवस - शिक्षा के साथ खेल भी बच्चों का अधिकार हो : वल्लभाचार्य पाण्डेय
Nov 14, 2025, 12:22 PM
|
Posted By Gaandiv

वाराणसी - सामाजिक संस्‍था आशा ट्रस्ट द्वारा संचालित भंदहा कला (कैथी, चौबेपुर) स्थित अध्ययन केंद्र पर बाल दिवस को खेल दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी. क्षेत्र के भंदहाकला, राजवारी, कुर्सिया में ईंट भट्ठों पर काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों के बच्चों के लिए संचालित आशा सामाजिक शिक्षण केन्द्रों के लगभग 100 बच्चे शामिल हुए.

कार्यक्रम का शुभारम्भ देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ. इसके बाद बच्चों के त्वरित निर्णय लेने की क्षमता, समूह में सहभागिता और आपसी समन्वय बढाने के उद्देश्य से विभिन्न खेल गतिविधियां करायी गयी साथ ही बाल फिल्म का प्रदर्शन किया गया.


DFRGzs


इस अवसर पर आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय कहा कि शिक्षा के साथ साथ खेल भी बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है. इसे बाल अधिकारों में शामिल किये जाने की आवश्यकता है और यह सुनिश्चित किया जाय कि समस्त सरकारी स्कूलों में खेल के पर्याप्त संसाधन, अवसर एवं प्रशिक्षण बच्चो को मिले. बाल दिवस आयोजन में प्रदीप सिंह, सरोज सिंह, दीन दयाल सिंह, रमेश प्रसाद, सौरभ चन्द्र, बृजेश कुमार, सनी, साधना पाण्डेय, श्वेता सिंह आदि का प्रमुख रूप से भूमिका रही.


ALSO READ : रामनगर का डोमरी घाट बना डैंजर जोन, आज भी युवक गंगा में डूबा


बाल अधिकार सप्ताह का आयोजन


HNJFCY


जिला बाल संरक्षण इकाई और प्रयत्न संस्था के संयुक्त तत्वाधान में 14 से 20 नवंबर 2025 तक बाल अधिकार सप्ताह के उपलक्ष्य में आज बाल संरक्षण के मुद्दों पर जन जागरूकता अभियान का जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय चांदमारी, वाराणसी से बाल कल्याण समिति अध्यक्ष स्नेहा उपाध्याय किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य आरती सेठ एवं टी.एन शुक्ला और बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया गया. इसके बाद सभी सदस्यों ने बाल श्रम बाल विवाह रोकथाम हस्ताक्षर अभियान पर हस्ताक्षर किए और अपने विचार व्यक्त किए. जिसमें स्नेहा उपाध्याय ने बताया कि इस तरह के जन जागरूकता अभियान से ही हम बाल श्रम और बाल विवाह को जड़ से खत्म कर सकते हैं.


JCFYJ


आरती सेठ ने बताया कि यह बहुत अच्छी पहल है जो बच्चों के लिए संरक्षण सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगी. निरुपमा जी द्वारा बताया गया कि जन जागरूकता अभियान के माध्यम से ही लोगों को जागरुक कर बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और बाल श्रम को समाप्त कर सकते हैं. इस जन जागरूकता कार्यक्रम में प्रयत्न संस्था की ओर से सोनू गौर, प्रज्ञा राज, अनन्या दास, आकाश सरकार, दिनेश कुमार, प्रमिला देवी, जियालाल, सुमन देवी, मंजू देवी, सुनीता देवी, अंतिमा देवी, ज्योति, ललिता देवी, दिलीप कुमार और राहुल यादव की भागीदारी रही.