
Varanasi: वाराणसी के कचहरी में बीते मंगलवार को वकीलों के द्वारा दरोगा मिथिलेश कुमार प्रजापति को पीट दिया गया जिसमें उन्हें चोट लगी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. वहीं, बुधवार देर शाम दरोगा को ट्रामा सेंटर से डिस्चार्ज किए जाने के बाद गुरुवार को पीड़ित दरोगा की पत्नी अनीता परिजन संग पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय पहुंची. पीड़िता ने कहा, "हमें अंतरात्मा में चोट लगी है. हम न्याय की मांग करते हैं.
बता दें की, घटना के दिन के बारे में जानकारी देते हुए दरोगा मिथिलेश ने बताया कि, एक व्यक्ति ने उनसे पूछा, "आप कहां से आए हैं." मिथिलेश ने बताया कि उनकी तैनाती बड़ागांव थाने पर है. तभी एक अधिवक्ता ने उनकी नेम प्लेट पढ़ते हुए कहा, "काम खत्म करके आइए, हम लोग इंतजार कर रहे हैं.
ट्रॉमा सेंटर से दरोगा डिस्चार्ज
अधिवक्ताओं की पिटाई से घायल दरोगा मिथिलेश प्रजापति को बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर से बुधवार की शाम 5 बजे के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. चिकित्सकों ने दरोगा को बेडरेस्ट की सलाह दी है. सिर और पेट में चोट है. उधर, कचहरी में आंदोलित अधिवक्ताओं को देखते हुए आरआरएफ समेत भारी फोर्स तैनात रही. कचहरी के मुख्य द्वार से लेकर अन्य गेट के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती रही. एहतियातन पुलिस अधिकारियों ने कचहरी परिसर में भी बार पदाधिकारियों से संवाद किया.

बता दें कि, आज दरोगा मिथलेश कुमार के परिजन अपने सभी साथियों के साथ सीपी दफ्तर के बाहर न्याय कि गुहार लगाई.इतना ही नहीं परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कि और उनके भाई ने कहा कि हमें बताया जाए कि वर्दी कैसे सुरक्षित रहेगी. आए दिन पुलिसकर्मियों को कचहरी आना पड़ता है.




