
वाराणसी - महादेव की नगरी काशी सोमवार की शाम रौशनी से नहा उठी. बाबा विश्वनाथ के आंगन से जिले के घर-घर के आंगन तक उतरे दीपों के प्रकाश ने माहौल उत्सव वाला बना दिया. दीपावली पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में मां लक्ष्मी के पूजन के साथ उत्सव की शुरुआत हुई, धाम में 11 हजार से ज्यादा दीप जलाए गए. घर की चौखट से लेकर बाबा विश्वनाथ के धाम तक जाने वाली गलियां दीपों और झालरों की रोशनी से जगमग हो उठीं.
श्री काशी विश्वनाथ धाम में लगातार दूसरे साल महालक्ष्मी की आराधना की गई. शाम ढलते ही बाबा का आंगन दीपमालिकाओं से रोशन हो उठा. मंदिर परिसर में श्री सत्यनारायण भगवान के मंदिर में महालक्ष्मी और गणपति की आराधना हुई. बाबा विश्वनाथ की षोडशोपचार पूजा के बाद मां अन्नपूर्णा की भी पूजा हुई. धाम परिसर को रंग-बिरंगे और सुगंधित पुष्पों से सजाया गया था. स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के मंदिर में भी 5001 दीप अर्पित किए गए. घरों में स्थिर लग्न में शाम को मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन किया गया. मोहल्लों के मंदिरों में पूजन के साथ ही दीप अर्पित करने के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगी रही. शहर से लेकर गांव तक दीपों की रोशनी से जगमग हो उठे.

पटाखा : तीन दिन में 12 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
पिछली बार की तुलना में इस साल पटाखे महंगे बिके. पटाखों के दाम में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई. वहीं, पिछले साल की तुलना में इस बार कई प्रकार के नए इको फ्रेंडली पटाखे आए हुए हैं. इनमें हेलीकॉप्टर शॉट प्रमुख रहा, जो आसमान में जाकर चक्र की तरह सतरंगी छटा बिखेरते रहे. तीन दिनों से ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. कहीं कहीं तो पटाखों के स्टॉक खत्म हो गए. हेलीकाॅप्टर बम के पटाखे 300 से 1000 रूपये प्रति पैकेट बिके- बाजार में सबसे ज्यादा ग्रीन पटाखों की डिमांड देखी गई. जिससे पर्यावरण को नुकसान न भी पहुंचे और दीपावली के उत्साह में भी कमी न हो. शहर के सुंदरपुर, लंका, नाटी इमली, बेनियाबाग, सुंदरपुर, महमूरगंज, कटिंग मेमोरियल मैदान, मच्छोदरी पार्क समेत शहर के 30 जगहों पर देर रात तक खरीदारी हुई.

तीन दिन में 18 करोड़ के बिक गए स्वदेशी झालर
रोशनी के महापर्व दीपावली और धनतेरस के अवसर पर बाजार में स्वदेशी झालरों की खूब बिक्री हुई. हर कोई घर, प्रतिष्ठान, शोरूम एवं कारखाना ही नहीं मंदिरों को भी रोशनी से चकाचौध करने को आतुर नजर आया. कारोबारियों के मुताबिक, धनतेरस से दीपावली तक तकरीबन 18 करोड़ की बिक्री हुई है. बाजार में खूबसूरत डिजाइनर झालरें किफायती दामों पर खूब बिके. फैंसी और पाइप वाली झालरों का क्रेज रहा. दीपावली के दिन सोमवार को 2000 चार पहिया वाहनों की बिक्री हुई.वहीं, 2000 से अधिक बाइक और 1000 तीन पहिया वाहन बिके. दीपावली पर वाहनों की डिलीवरी अधिक हुई है. कई वाहनों की डिलीवरी दीपावली के बाद कराई जाएगी.





