
वाराणसी : धनतेरस के शुभ दिन निवेश संग बर्तन और वाहन भी खरीदने की परंपरा है. संयोग है कि इस बार धनतेरस शनिवार पड़ रहा है. इससे व्यापारियों के चेहरों पर हवाइयां उड़ रही हैं. वाहन, लोहे और स्टीइल के बर्तन में लौह तत्वे होने की वजह से खरीदार भी मान्याताओं की ओर टकटकी लगाए हुए हैं.
ज्योसतिषशास्त्री भी लोहे की खरीद को लेकर परंपराओं और मान्यताओं का हवाला दे रहे हैं. शनिवार को लोहे या स्टील का खरीदारी न करें, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लोहे को शनिदेव का धातु माना जाता है. इस दिन लोहा खरीदने से शनिदेव नाराज हो सकते हैं, जिससे घर में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कलह और रिश्तों में खटास इत्यादि. इसके उलट शनिवार को लोहे का दान करना शुभ माना जाता है.
ज्योतिष मान्यता के अनुसार, लोहे का संबंध शनिदेव से है. इसलिए, शनिवार को लोहा खरीदने से शनिदेव का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. यह माना जाता है कि इस दिन लोहा खरीदने से समस्याएं पैदा हो सकती हैं. ऐसे में, यह आवश्यक है कि लोग इस दिन लोहा खरीदने से बचें.
करें ये उपाय
हालांकि, यदि किसी को लोहे या लोहे से बनी वस्तु खरीदना अत्यंत आवश्यक हो, तो उसे खरीदकर अगले दिन घर लाना चाहिए. इस प्रकार, शनिदेव की नाराजगी से बचा जा सकता है. यदि आवश्यक हो, तो उसे अगले दिन खरीदें. इस तरह, वे शनिदेव की कृपा को बनाए रख सकते हैं और अपने जीवन में सुख-शांति का अनुभव कर सकते हैं. यह कहना उचित होगा कि ज्योतिष शास्त्र में दी गई सलाहों का पालन करना न केवल व्यक्तिगत जीवन में सुधार लाता है, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होता है. इसके अलावा, शनिवार को लोहे की वस्तुओं का दान करना शुभ होता है. यह न केवल शनिदेव की कृपा को आकर्षित करता है, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक संदेश फैलाता है.




