Sunday, 23 November 2025

दिवाली 2025 पर हुई बंपर बिक्री, फीका पड़ा चीनी प्रोडक्ट्स

दिवाली 2025 पर हुई बंपर बिक्री, फीका पड़ा चीनी प्रोडक्ट्स
Oct 22, 2025, 12:35 PM
|
Posted By Gaandiv

Diwali 2025: इस साल दिवाली ने धमाकेदार सेल की है. जी हां, दिवाली 2025 पर स्‍वदेशी सामानों की बंपर बिक्री हुई है. लोगों ने दिवाली के इस त्योहार पर भारतीय चीजों की खरीदारी करने में जरा भी कसर नहीं छोड़ी है. जिसके चलते मार्केट में 5.40 लाख करोड़ रुपये की चीजें बिकीं हैं, जबकि सेवाओं में 65,000 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है. दिवाली पर यह बंपर सेल भारत की आर्थिक मजबूती और स्वदेशी भावना को दर्शाता है. इस खरीदारी का डेटा अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ यानी (CAIT) की दिवाली त्यौहारी बिक्री 2025 पर देखा गया. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली पर कुल बिक्री रिकॉर्ड तोड़ते हुए ₹6.05 लाख करोड़ तक पहुंच गई है, जिसमें वस्तुओं में ₹5.40 लाख करोड़ और सेवाओं में ₹65,000 करोड़ शामिल है. यह भारत के व्‍यापारिक इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा फेस्टिवल कमाई हुई है.


ूब


दिवाली बिक्री को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद और CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST को युक्तिसंगत बनाने और स्वदेशी अपनाने के एक 'मजबूत ब्रांड एंबेसडर' के रूप में उभरे हैं, जिसके चलते व्यापारिक समुदाय और ग्राहक दोनों ही प्रेरित हुए हैं. पीएम मोदी के जीएसटी फैसले के चलते इस दीपावली में बंपर खरीदारी हुई है.


8


भारतीय प्रोडक्ट्स ने चीनी वस्तुओं की गिराई मांग


महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने ये भी बताया कि, प्रधानमंत्री के मशहूर 'वोकल फॉर लोकल' और 'स्वदेशी दिवाली'जैसे जबरदस्त नारों ने लोगों को हद से ज्यादा प्रभावित किया है. जहां 87% कंज्‍यूमर्स द्वारा विदेशी सामानों की तुलना में भारतीय निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता मिली यानी 100 में से 87 लोगों ने भारतीय सामान खरीदें, जिसका असर सीधा चीनी सामानों पर पड़ा है. या यूं कहे कि चीनी वस्तुओं की डिमाडं में हद से ज्यादा गिरावट देखने को मिली है. बता दें, पिछले साल की तुलना में भारतीय निर्मित उत्पादों की बिक्री में व्यापारियों ने 25% की वृद्धि दर्ज की है. दिवाली 2025 के व्यापार के आंकड़े पिछले साल के ₹4.25 लाख करोड़ की बिक्री की तुलना में 25% की ग्रोथ दिखाता है. नॉन-कॉर्पोरेट और पारंपरिक बाजारों ने कुल व्यापार में 85% का योगदान दिया है.


ीू


जाने कौन से प्रोडक्‍ट्स की हुई बंपर खरीदारी


भारतीय सामानों की हद से ज्यादा हुई खरीदारी को लेकर कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया ने प्रमुख त्यौहारी वस्तुओं की बिक्री के बारे में एक बड़ी जानकारी दी है.उन्होंने बताया कि, किराना और एफएमसीजी 12%, सोना और आभूषण, 10%, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स, 8%, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं 7%, रेडीमेड वस्त्र 7%, गिफ्ट प्रोडक्‍ट्स 7%, गृह सज्जा, 5% फर्निशिंग और फर्नीचर, 5% मिठाई और नमकीन 5%, कपड़ा और फैब्रिक 4%, पूजा सामग्री 3%, फल और सूखे मेवे 3%, बेकरी और कन्फेक्शनरी 3%, जूते 2%, अन्य वस्तुएं, 19% कुल व्यापार का हिस्सा रहीं हैं.