
वाराणसीः बीएचयू में लगभग 57 महीने के बाद गुरुवार को दोपहर नई कार्यकारिणी परिषद की पहली बैठक शुरू हो गई है. इस बार यह बैठक परिसर स्थित होलकर भवन में की जा रही है. दूसरी ओर बैठक से पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुछ छात्र बैठक में शामिल होने वाले सदस्यों से मिलने की जिद करने लगे लेकिन गेट पर खड़े प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम ने उन्हें वहीं रोक दिया. इस बीच सुरक्षाकर्मी और छात्रों के बीच हल्की धक्का मुक्की भी हुई. इससे नाराज छात्रों ने काफी देर तक होल्कर भवन का घेराव भी किया.
मिलने दिया गया छात्रों को, लगाया धांधली का आरोप
हालांकि कुछ देर बाद ही 4-5 छात्रों को मिलने की अनुमति मिली और उन सभी को सदस्यों से मिलवाया गया. छात्र अपने साथ 50 पन्नों की पूरी कॉपी लेकर पहुंचे थे. उनका कहना था कि विश्वविद्यालय में रिक्त सीटों को जल्द से जल्द भर जाए क्योंकि उसकी वजह से कई छात्रों को विश्वविद्यालय में पढ़ने का अवसर नहीं मिल रहा है. इसके अलावा छात्रों ने शिकायत किया कि पिछले वर्षों से पीएचडी में लगातार धांधली के मामले सामने आ रहे है. इससे पहले छात्रों ने कुलपति को भी अपना पत्रक दे दिया था.

न्याय की उम्मीद में संविदा कर्मचारी भी पहुंचे
बैठक में भाग लेने वाले ईसी मेंबर्स से मिलने के लिए मोटे मोटे कागजों की फाइल लेकर न्याय की उम्मीद लगाए संविदा कर्मचारी भी पहुंचे हैं. इनका कहना है कि 2010 तक विश्वविद्यालय के नियम के अनुसार छोटे कर्मचारियों को नियमित किया जा रहा था, लेकिन उसके बाद से कोई आदेश नहीं पारित हुआ. उनका कहना है कि अन्य विश्वविद्यालय में इन कर्मचारियों के लिए रिजर्व सीट होती है लेकिन यहां विश्वविद्यालय में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है. उन्होंने ईसी मेंबर को पत्र देने की बात कही है. इन सभी माहौल को देखते हुए होलकर भवन के बाहर 150 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है.

बैठक में छाए रहेंगे ये मुद्दे
संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बैठक में बीते चार साल में सभी फैसलों को पटल पर रखकर वैधता दिलानी होगी. सलाहकारों को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं. आईओई फंड से बनाए गए एडवाइजर के फैसले को भी ईसी बैठक में वैधता दिलाने की बात कही जा रही है. बीते चार साल में एकेडमिक काउंसिल के सभी फैसलों को भी अप्रूव कराना होगा. इसमें कई नए कोर्स और सेंटर खोलने जैसे मुद्दे हैं. इसके अलावा कैश प्रमोशन, सीनियर प्रोफेसर प्रमोशन, कैशलेस इलाज, कई वर्षों से बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों के कार्यकाल की वैधता, कोर्ट केस, वित्तीय मामले, अनियमितताएं, प्रो. शैल चौबे केस, अस्पताल समेत 35 एजेंडे रखे गए हैं.
बैठक में भाग लेने वाले ये हैं सदस्य
इस प्रमुख भैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंदौली के पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह, वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी और भाजपा काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, बीएचयू में जंतु विज्ञान विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर व क्लस्टर जम्मू विवि के कुलपति बेचन लाल, बीएचयू रेडियोथेरेपी के रिटायर्ड प्रो. यूपी शाही, बीएचयू के समाजशास्त्री प्रो. ओम प्रकाश भारतीय और प्रो. श्वेता प्रसाद सदस्य हैं.




