

अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने अपने बयानों में कहा, “बिहार में 243 जनरल कॉस्टीट्यूएंसी हैं. एसटी 2 और अनुसूचित जातियों के लिए 38 हैं, बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है ऐसे में उम्मीद है कि चुनाव 22 नवंबर से पहले ही होंगे. चुनाव आयोग की पूरी टीम दो दिनों से बिहार में मौजूद है.

चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बिहार पुलिस प्रशासन, प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों और नोडल अधिकारियों के साथ बैठकें भी की हैं.”इसी के आगे उन्होंने कहा कि, “हमने पार्टियों के सुझाव सुने हैं कि कितने चरण होने चाहिए और चुनाव आयोग जल्द ही इस पर फैसला लेगा. हर चीज के अपने फायदे और नुकसान होते हैं और हम इस पर गौर करेंगे. वोटर वेरिफिकेशन के संबंध में, चुनाव आयोग पहले से मौजूद दिशानिर्देशों का पालन करेगा.”

गौरतलब, बीते शनिवार को सीईसी ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी की टीम ने सभी राजनीतिक दलों के साथ चर्चा की. जिसमें भाजपा, कांग्रेस, जेडी(यू), आरजेडी, एलजेपी (रामविलास), आरएलजेपी, सीपीआई, सीपीआई(एम), सीपीआई(एमएल-लिबरेशन), बीएसपी, आप और एनपीपी सहित प्रमुख राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.




