वाराणसी में बाढ़ की स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है, लेकिन इसका असर अभी भी कई इलाकों में दिखाई दे रहा है . गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर घटने के बाद जिन इलाकों में पानी भर गया था, वहां के लोग अब वापस अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं .
बाढ़ के दौरान कई दिनों तक घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर रहने वाले लोग अब अपने घर लौटकर राहत महसूस कर रहे हैं तथा अपने-अपने घरों में सफाई और मरम्मत के काम में जुटे हैं. दूसरी ओर बिजली की समस्या अभी भी पूरी तरह हल नहीं हुई है . बिजली विभाग ने सुरक्षा कारणों से कई बाढ़ग्रस्त मोहल्लों में बिजली आपूर्ति बंद कर रखी थी, ताकि शॉर्ट सर्किट और हादसों से बचा जा सके .
इन क्षेत्रों में शुरू की गई विद्युत आपूर्ति
वाराणसी के कई प्रभावित इलाकों जैसे तेलियाबाग, हरहुआ, लहरतारा, नगवा, आदमपुर, और वरुणा तटवर्ती बस्तियों में सोमवार को पानी काफी हद तक कम हो गया . जानकारी पाकर प्रशासन और बिजली विभाग की टीम ने इन क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद धीरे-धीरे विद्युत आपूर्ति करना शुरू कर दिया है . हालांकि कुछ जगहों पर अब भी जलभराव होने के कारण विद्युत आपूर्ति शुरू करने में देर लग रही है .
लोगों का भारी हुआ नुकसान
दूसरी ओर गंगा का जलस्तर सोमवार सुबह 66.20 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है . जलस्तर में लगातार गिरावट होने से उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में बाकी प्रभावित क्षेत्रों में भी हालात सामान्य हो जाएंगे . लोगों का कहना है कि इस बार बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया . घरों में रखा सामान, खाने-पीने की चीजें, और फर्नीचर खराब हो गए . कई परिवारों को नए सिरे से अपने घर की व्यवस्था करनी पड़ रही है . प्रशासन ने प्रभावित लोगों को आवश्यक मदद पहुंचाने का भरोसा दिया है और साफ-सफाई, कीटनाशक छिड़काव और बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय है.
इस तरह, भले ही बाढ़ का पानी उतर गया हो, लेकिन इसके निशान और दिक्कतें अब भी लोगों के जीवन में मौजूद हैं . आने वाले दिनों में पूरी तरह सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद जताई गई है .