
वाराणसी : भोजपुरी गायक और फिल्म स्टार पवन सिंह समेत चार के खिलाफ मंगलवार रात कैंट थाने में 1.13 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में केस दर्ज किया गया. इस मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं होने पर भुक्तभोगी ने न्यायालय की शरण ली. सीजेएम मनीष कुमार के आदेश पर दर्ज मुकदमे की विवेचना इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश करेंगे. नदेसर के होटल और टूर एंड ट्रैवल्स कारोबारी विशाल सिंह ने इस संबंध में अदालत में आवेदन दिया था. उनका आरोप था कि पवन सिंह, फिल्म निर्माता अरविंद चौबे, प्रेमशंकर राय व पत्नी सीमा राय ने फिल्म बनाने के नाम पर 1.13 करोड़ रुपये वसूले लेकिन हिस्सा नहीं दिया. फिल्म बनाकर सारी कमाई हड़प ली गई.

मुनाफे का दिया लालच
कैंट थाना क्षेत्र के नदेसर में टूर एंड ट्रैवल्स संचालक विशाल सिंह ने न्यारयालय को बताया कि मुंबई में पढ़ाई के दौरान 2017 में महाराष्ट्र के पुणे सिटी चिंचवाड़ निवासी प्रेमशंकर राय व पत्नी सीमा राय से संपर्क हुआ. दोनों ने फिल्म बनाने और अच्छा मुनाफा कमाने का हवाला दिया. कहा कि फिल्म में भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह को लेंगे. फिल्म बनाने में जो भी खर्च होगा, वह उत्तर प्रदेश सरकार की सब्सिडी के माध्यम से वापस करा दिया जाएगा. मई 2018 में दोनों ने अभिनेता पवन सिंह से नदेसर में कार्यालय में मुलाकात कराई. जून 2018 में प्रेमशंकर राय व सीमा राय ने दबाव बनाया कि पैसा लगाओ नहीं तो पवन सिंह दूसरी फिल्म साइन कर लेंगे. इनकी कंपनी श्रेयस फिल्म प्राइवेट लिमिटेड के खाते में अपने व अपने भाई के पार्टनरशिप की कंपनी रिद्धिका इंटरप्राइजेज के खाते से कई तिथियों में 32.60 लाख रुपये भेजे.

नवंबर 2018 में फिल्म की शूटिंग
नवंबर 2018 फिल्म की शूटिंग शुरू हुई. प्रेम शंकर, पत्नी सीमा राय व पवन सिंह व उनके सहयोगी अरविंद चौबे से नदेसर के होटल सिटी इन कैंट में मुलाकात हुई थी. इन लोगों ने फिल्म के खर्चों और हिस्सेदारी के बाबत कंपनी के लेटर पर कूटरचित दस्तावेज तैयार किया. मुझे फिल्म निर्माता दर्शाया गया. कहा गया कि मुनाफे का 50 प्रतिशत निर्माता, 25 प्रतिशत सह-निर्माता, 20 प्रतिशत अभिनेता व 5 प्रतिशत निर्देशक को मिलेगा.




