
वाराणसी - फर्जी फ़्लैट दिखाकर 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. कोतवाली के गोला दीनानाथ जालपा क्षेत्र निवासी प्रियांशु वर्मा दुबई स्थित होटल फेयर मोट द पाम में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने 2016 में छुट्टी के दौरान वाराणसी आने पर एक धोखाधड़ी का शिकार होने का केस दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है.
प्रियांशु के परिचित सिद्धान्त सक्सेना ने उन्हें अपने मामा अजीत कुमार सक्सेना से मिलवाया, जो सेंट्रल जेल क्षेत्र के निवासी हैं. अजीत कुमार ने प्रियांशु को बताया कि वह प्रापर्टी का काम करते हैं और इस समय सुंदरपुर में साक्षी श्री पाली के नाम से एक अपार्टमेंट बना रहे हैं. उन्होंने प्रियांशु को एक फ्लैट बुक करने के लिए प्रलोभन दिया. प्रियांशु ने अजीत कुमार के कहने पर विश्वास करते हुए अपने खाते से 35 लाख रुपये अग्रिम के रूप में अजीत को दे दिए. इसके बाद अजीत ने एग्रीमेंट पेपर प्रियांशु के पिता को सौंपते हुए कहा कि फ्लैट दो-तीन वर्ष में तैयार हो जाएगा.
पता करने पर हकीकत अलग ही सामने आई
इस बीच प्रियांशु 2019 में वाराणसी लौटे, तो अजीत ने उन्हें सुंदरपुर स्थित साक्षी अपार्टमेंट दिखाया और कहा कि अभी काफी काम बाकी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही काम पूरा होगा, फ्लैट की रजिस्ट्री कर दी जाएगी. हालांकि, जब प्रियांशु को इस मामले में संदेह हुआ, तो उन्होंने अगले दिन साक्षी अपार्टमेंट जाकर जानकारी जुटाई. वहां उन्हें पता चला कि यह साक्षी डेवलपर अपार्टमेंट है, जिसके मालिक रमाकांत सिंह हैं, जो सिगरा में रहते हैं.
पूछताछ करने पर मिली धमकी
प्रियांशु ने सिगरा जाकर रमाकांत सिंह से मुलाकात की और फ्लैट के बारे में जानकारी मांगी. रमाकांत ने स्पष्ट किया कि जो लोग प्रियांशु को फ्लैट दिखा रहे थे, वे उन्हें नहीं जानते और प्रियांशु के साथ धोखाधड़ी की गई है. जब प्रियांशु ने अजीत कुमार से इस मामले में बात की, तो अजीत ने फोन पर गाली-गलौज करते हुए उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी. इस घटना के बाद प्रियांशु ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.




